जयपुर. खाटू श्याम मंदिर में भगदड़ (Khatushyam Stampede) के चलते हुए हादसे के बाद आरएलपी संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बड़ा आरोप (Beniwal on Khatushyam Stampede) मंदिर प्रबंधन और प्रशासन पर लगाया है. बेनीवाल ने कहा कि खाटू श्याम मंदिर में वीआईपी दर्शन के नाम पर पैसों की लूट की जाती है. ऐसे में सरकार मंदिर का प्रबंधन देवस्थान विभाग के अधीन दे और हादसे की न्यायिक जांच कराते हुए मंदिर प्रबंध समिति के खिलाफ अपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कराए.
सोमवार को हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर यह गंभीर आरोप (Beniwal on Khatushyam Stampede) लगाया. बेनीवाल ने कहा कि खाटू श्याम मंदिर परिसर में हुए इस हादसे के लिए मंदिर प्रबंधन समिति के साथ ही पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि सरकार सीकर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तत्काल निलंबित करें. साथ ही भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हो यह भी सुनिश्चित करें.
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खाटू श्याम जी मंदिर जन-जन की आस्था का केंद्र है,ऐसे में कल से वहां भारी भीड़ होने के बावजूद मंदिर प्रबंधन समिति,वहां सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों तथा वहां कार्यरत निजी सुरक्षा एजेंसी के जिम्मेदारो की बड़ी चूक के कारण आज वहां हादसा हो गया
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बेनीवाल ने सरकार से की ये मांग- हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश सरकार से इस हादसे में दिवंगत हुए लोगों के आश्रितों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. बेनीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में स्थित मंदिर में भी पूर्व में एक बड़ा हादसा हुआ था जिसके बाद सरकार को सबक लेने की जरूरत थी. लेकिन मेहरानगढ़ हादसे के बाद ऐसे बड़े मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के स्थान पर मेहरानगढ़ हादसे की रिपोर्ट दबा दी गई.