जयपुर. मध्य प्रदेश में लगातार राजनीतिक उठापटक चल रही है. इस बीच वहां के कांग्रेस विधायकों को भोपाल से जयपुर लाया गया. इस दौरान जयपुर के ब्यूना विस्ता रिसोर्ट के गेट पर कांग्रेस के विधायकों की खासी हलचल देखी गई. ब्यूना विस्ता रिसोर्ट के गेट पर कमलनाथ के नारे लगाते हुए आए विधायकों ने कहा कि लोकतंत्र को राजतंत्र के जरिए कमजोर किया जा रहा है, उन्होंने यहां तक कहा कि भाजपा में हिम्मत है तो फ्लोर टेस्ट करवा दें.
दरअसल, ब्यूना विस्ता रिसोर्ट में गुरुवार को कांग्रेस के विधायकों की खासी हलचल देखी गई. इस दौरान रिसोर्ट में ब्यूना विस्ता में लंच करके आए कांग्रेसी विधायक कमलनाथ के नारे लगाते हुए रिसोर्ट के गेट पर आ गए. कांग्रेस विधायक सुनील सराफ और डॉक्टर अशोक रिसोर्ट के गेट पर आकर बोले कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस मजबूत स्थिति में है और हम वहां पर फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए तैयार हैं.
विधायक डॉ. अशोक ने कहा कि लोकतंत्र में कुछ लोग राजतंत्र चलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि देश के लिए घातक है, चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की मध्यप्रदेश में कोशिश की जा रही है. इन कोशिशों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह प्रयास पहले भी चार बार किया जा चुका है, लेकिन उन्हें मुंह की खानी पड़ी.
पढ़ें: विधायक के बयान से राजस्थान कांग्रेस में टेंशन!, भाजपा बोलीं- जहाज में हो गया 'सुराख'
वहीं कांग्रेस विधायक सुनील सर्राफ ने कहा कि भाजपा में हिम्मत है तो अपने विधायकों को भोपाल ले आए और भोपाल में फ्लोर टेस्ट करवा दें. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में बैठे हुए विधायक अपने आप को गद्दार साबित नहीं करेंगे, तो वहीं उन्होंने साफ कर दिया कि राज्यसभा के लिए नामांकन पत्रों पर प्रस्तावक के तौर पर विधायकों ने अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं. विधायकों ने कहा कि यहां पर उन पर कोई दबाव नहीं है और उन्हें किसी पाबंदी में या नहीं रखा जा रहा है.
पढ़ें: निर्दलीय विधायकों का समर्थन सीएम गहलोत के साथ, मध्य प्रदेश जैसी यहां नहीं हो सकती स्थिति
जयपुर में कांग्रेस के 86 विधायक
बता दें मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में चल रही उठा पटक के बाद कांग्रेस के 86 विधायकों को जयपुर लाया गया. जयपुर आए विधायकों के लिए दो रिसोर्ट बुक कराए गए हैं. इनमें कुछ विधायकों को ब्यूना विस्ता रिसोर्ट में रखा गया है. वहीं, 38 विधायकों को 'ट्री हाउस' रिसोर्ट में रखा गया है. इन विधायकों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगातार संपर्क बना रखा हैं.