जयपुर. प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज की रेजिडेंट डॉक्टर, इंटर डॉक्टर की लंबित मांगों को लेकर रविवार को सरकार और चिकित्सकों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद विभिन्न आदेश भी निकलना अब शुरू हो गए हैं. रेजिडेंट डॉक्टर और इंटर्न डॉक्टरों की ओर से रविवार को चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गलारिया और निदेशक जन स्वास्थ्य डॉक्टर के के शर्मा का धन्यवाद भी किया है.
जिन्होंने उनकी मांगों को सकारात्मक रुप से लेते हुए उन पर अमल भी किया है और ज्यादातर मांगो को मान लिया गया है. चिकित्सकों ने उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द उनकी मांगों को लेकर आदेश निकाल कर समझौता पत्र की पालना भी करेगी.
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई कारण नहीं है कि सरकार अब इसमें देरी करें यदि फिर भी मांगे पूरी नहीं होती हैं तो चिकित्सकों को जीबीएम बुला कर निर्णय पर मजबूर होना पड़ेगा. लेकिन सरकार संवेदनशील है और चिकित्सकों को पूरी उम्मीद है कि तय समय सीमा में समझोता पत्र के अनुसार मांगे पूरी कर दी जाएंगी. इसके लिए रेजिडेंट डॉक्टर सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं.
जार्ड के उपाध्यक्ष डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि इस पूरे मामले में जन स्वास्थ्य निदेशक डॉ. के के शर्मा रेजिडेंट्स की मांग को लेकर हमेशा उनका समर्थन करा है . प्रशांत कुमार ने बताया कि रेजिडेंट कि जितने भी मांगे थी उस संबंध में समझौते पत्र पर हस्ताक्षर हो गए हैं और परीक्षाओं को लेकर आदेश भी जारी हो गए हैं. वहीं आने वाले दिनों में जो बाकी की बची हुई मांग है उन सभी को लेकर तीन कार्य दिवस के अंतर्गत सरकार की ओर से आदेश निकालने की बात भी कही गई है.
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उपाध्यक्ष डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि जो भी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं उनकी जो बेसिक पे थी वो ₹7000 थी उसको बढ़ाकर ₹14000 करने की मांग भी की गई थी. उस पर भी सरकार की ओर से सहमति बन गई है. ऐसे में तीन कार्य दिवस के अंतर्गत सरकार की ओर से आदेश भी जारी कर दिए जाएंगे. इस दौरान जार्ड के प्रतिनिधियों की ओर से सरकार और चिकित्सा शिक्षा सचिव का आभार व्यक्त किया गया.