जयपुर. मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना के तहत गुरुवार को आरएसएलडीसी और उच्च शिक्षा विभाग के बीच एक एमओयू साइन किया गया. जहां दोनों विभाग मिलकर प्रदेश के 100 से अधिक कॉलेजों में निःशुल्क कौशल विकास योजना शुरू करेंगे. बता दें कि उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और कौशल एवं नियोजन विभाग मंत्री अशोक चांदना ने आरएसएलडीसी और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच एमओयू साइन किया.
जानकारी के अनुसार इस एमओयू के तहत प्रदेश में करीब 100 से अधिक कॉलेजों में 7 हजार से अधिक विद्यार्थियों को रोजगार संबंधी कोर्सेज सिखाए जाएंगे. जिसके अंदर पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, योगा ट्रेनर, वेब डेवलपर, टूर मैनेजर और स्पोकन इंग्लिश सहित 39 कोर्सेज का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में कहा था कि प्रदेश के विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ स्किल कोर्सेज में भी पारंगत किया जाएगा. ताकि प्रदेश में अधिक से अधिक रोजगार की संभावनाएं पैदा हो सके.
वहीं, प्रदेश के कौशल एवं नियोजन मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ यह स्किल कोर्सेज कॉलेजों में एक साथ चलाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह स्किल कोर्सेज कॉलेजों में प्रशिक्षण प्राप्त ट्रेनर्स की ओर सिखाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस समय देश में आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है और आपदा के तरह देश में बेरोजगारी बढ़ती चली जा रही है. चांदना ने कहा कि लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार इस आपदा के आने से पहले ही यह कदम उठाया है, जिससे की युवाओं को सहायता मिलेगी. इस दौरान दोनों ही मंत्रियों ने मंच से यह भी कहा कि स्किल कोर्सेज के बाद हमारा काम होगा कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध हो सके.