जयपुर. राजस्थान में 11 जुलाई से मानसून सक्रिय हुआ था और बीते 15 दिनों के अंतर्गत प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर भी देखने को मिला था. लेकिन आज यानी सोमवार से प्रदेश में बारिश का दौर धीमा पड़ गया है. पश्चिमी राजस्थान और पूर्वी राजस्थान में अब आमजन को गर्मी भी सताने लगी है.
बता दें कि आज राजधानी जयपुर (Jaipur) में सुबह से ही सूर्य देव के तीछे तेवर का आमजन को सामना करना पड़ा और दिन में चिलचिलाती हुई धूप सताती रही. वहीं, प्रदेश में ज्यादातर स्थानों में सुबह से ही मौसम साफ रहा. उमस से लोग काफी परेशान रहे. सीकर, चूरू, झुंझुनू, बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर सहित पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में ऐसा ही नजारा देखने को मिला.
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा की मानें तो मध्य प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र से कमजोर होकर आगे की ओर सरकुलेशन में बढ़ने लगा है. इस सिस्टम से कोटा संभाग के जिलों में आगामी 24 घंटे के दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की जा सकती है.
उन्होंने बताया कि 10 अगस्त से मानसून की ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ खिसकने से पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ने लगा है. इसके कारण प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में कमी दर्ज की जा रही है. 10 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा और आमजन को चिलचिलाती धूप के साथ गर्मी का सामना करना पड़ेगा.
पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा सकता है. मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा की मानें तो प्रदेश में अभी तक औसत से करीब 13 फीसदी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है. प्रदेश में आज तक के मानसून की बात की जाए तो औसतन 251 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जानी थी. इसके विपरीत अभी तक प्रदेश में 285 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है.
हालांकि, पश्चिमी राजस्थान की कुछ लोगों को अभी भी बारिश का इंतजार है. वहीं, पूर्वी राजस्थान में अच्छी बारिश दर्ज की गई है. अब एक सप्ताह तक आमजन को गर्मी का सामना करना पड़ेगा तो वहीं 17 अगस्त के बाद एक बार फिर प्रदेश में मौसम साफ रहेगा और बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी.