जयपुर. प्रदेश में बुधवार को मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश की मानें तो दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने समय से 1 दिन पूर्व राज्य में दस्तक दी है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के राज्य में प्रवेश करने की सामान्य तिथि 25 जून थी, लेकिन आज एक दिन पूर्व ही मानसून ने राज्य के दक्षिणी जिले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़ होते हुए पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालोर में दस्तक दे दी है. साथ ही जैसलमेर, पाली, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, झालावाड़, कोटा, बूंदी, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर में भी मानसून ने दस्तक दे दी है.
बता दें कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने कुल मिलाकर 14 जिलों में दस्तक दी है और 4 जिलों के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर लिया है. मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश ने बताया कि पिछले 10 वर्षों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सबसे पहले दस्तक 15 जून, 2013 को दी थी. इसके बाद 22 जून, 2011 और 2016 में भी दस्तक समय से पहले हुई थी. वहीं 24 जून, 2015 और 2020 में समय से पहले दस्तक हुई है. इस प्रकार पिछले 10 वर्षों के दौरान यह तीसरा वर्ष है जब मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है.
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औसत से ज्यादा मानसून की संभावना
मौसम विभाग का मानना है कि प्रदेश में इस बार औसत से 7 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की जाएगी. आपको बता दें कि वर्ष 2019 में भी मानसून ने 2 जुलाई को दस्तक दी थी. उस दौरान कुल 747 पॉइंट 24 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी, जो कि सामान्य से 227 मिली मीटर ज्यादा थी.