नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजस्थान की राजनीति में पिछले एक महीने से चल रही उठापटक के बीच अशोक गहलोत विरोधी खेमे का नेतृत्व कर रहे राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस आलाकमान ने मना लिया है. वहीं लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने सोनिया गांधी के एक करीबी का हवाला देते हुए इस समझौते के पीछे प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत के बीच हुए गुप्त डील और प्रियंका गांधी के पति रोबर्ट वाड्रा के काले कारनामों के दस्तावेजों को छुपाने की कोशिश बताया है.
राज्यपाल को लिखा पत्र
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने राजस्थान के राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा राजस्थान सरकार को बचाने के लिए गुप्त डील एवं भारी भ्रष्टाचार कर लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक मूल्यों की हत्या कर रहे है.
पढे़ं: BSP ने 6 विधायकों को जारी किया व्हिप, कांग्रेस के खिलाफ वोट करने का निर्देश
विधायक ने लगाए गंभीर आरोप
विधायक ने पत्र में कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी के पति राबर्ट वाड्रा के बीच व्यापारिक संबंध है. कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चुनाव के बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री सचिन पायलट को न बनाकर अशोक गहलोत को बनाने एवं सरकार को स्थिर बनाए रखने के एवज में प्रति माह 50 करोड़ रूपए देने की एक गुप्त डील तय हुई थी.
'राजस्थान की सरकार को बर्खास्त करें राज्यपाल'
विधायक ने राज्यपाल से पत्र में अनुरोध करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता को लूटने वाली लूटेरी एवं भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी अशोक गहलोत की सरकार को तुरंत बर्खास्त कर राजस्थान एवं देशहित में राष्ट्रपति शासन लगाना जाना चाहिए. वहीं अपने द्वारा लगाए गए सभी सनसनीखेज आरोप एवं तथ्यों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति के गठन की मांग की है जिससे राजनीति को ब्लैकमेलिंग का साधन बनाकर जनता की सरकार को एक परिवार की सरकार बनाने वालों को जेल भेजा जा सकें और राजस्थान के विकास को सुनिश्चित किया जा सकें.