जयपुर. कठूमर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा ने सोमवार को अपनी ही पार्टी के मंत्री रघु शर्मा और बीडी कल्ला पर दलित विरोधी होने के आरोप लगाए. उसके बाद एक ओर जहां भाजपा को बैठे-बैठे एक मुद्दा मिल गया तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान के मंत्रियों ने बाबू लाल बैरवा से इस बात को पार्टी प्लेटफार्म पर रखने के लिए कहा है.
मंत्री हरीश चौधरी ने बैरवा के आरोपों को लेकर कहा कि बाबूलाल बैरवा ने व्यक्तिगत तौर पर अपनी बातें रखी हैं. उन्होंने अपनी भावनाएं मीडिया के माध्यम से रखी है, लेकिन कांग्रेस पार्टी में आंतरिक तौर पर पार्टी और सरकार में व्यवस्था है कि अगर कोई मामला हो तो उसे नेता पार्टी के प्लेटफार्म पर रखे. अगर किसी को न्याय नहीं मिल रहा है तो उसे शीर्ष नेतृत्व तक अपनी भावनाओं को पहुंचाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बाबूलाल बैरवा सही हों और यह भी हो सकता है कि उनकी बात में कोई कमी हो, लेकिन सरकार के अंदर इस तरीके की कोई बात हो तो सरकार उसे गंभीरता से लेती है और भविष्य में भी लेती रहेगी.
दलित विरोधी होने के आरोपों को झेल रहे मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि बाबूलाल बैरवा से उनकी इस बारे में कोई बात नहीं हुई. उनके यहां हर कम्युनिटी के लोग आते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी काम हमने किए हैं उनकी लिस्ट हमारे पास मौजूद है. बीडी कल्ला ने कहा कि बाबूलाल बैरवा मेरे दोस्त हैं पता नहीं उन्होंने इस तरीके की बात कैसे बोल दी.
हालांकि अपनी शिकायत मीडिया में होने पर उन्होंने कहा कि एक जनरल कायदा है कि अगर कोई भी बात हो शिकायत हो तो उसे उचित प्लेटफार्म पर रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर मेरी बाबूलाल बैरवा को कोई शिकायत करनी थी तो वह या तो मुख्यमंत्री से कहते या फिर इस बात को संगठन में रखते हैं.