जयपुर. नए साल के आगमन को लेकर राजस्थान के मंत्रियों ने शुभकामनाएं (rajasthan minister new year wishes) दी हैं. पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव (Bhajan Lal Jatav On New Year ) ने लोगों से नए साल में अपना ध्यान रखने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने 2022 में केंद्र सरकार से राजस्थान के साथ भेदभाव छोड़ने और सड़कों के लिए ज्यादा हिस्सा देने की भी मांग की. उधर, खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि लोगों के ध्यान रखना होगा, लेकिन लॉकडाउन कोई समाधान नहीं है.
कुछ घंटों में साल 2021 की विदाई होगी और 2022 का नया सूरज उगेगा. नए साल को लेकर गहलोत सरकार के मंत्री आम जनता को अपनी शुभकामनाएं दे रहे हैं. वहीं कोरोना महामारी के तीसरे चरण की आहट से भी लोगों को सतर्क कर रहे हैं. प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव ने कहा कि ईटीवी भारत और उनके दर्शकों को नए साल की शुभकामनाएं, लेकिन जो तीसरी लहर की आहट है उससे आम लोग सतर्क रहें.
जाटव ने कहा कि अपने परिवार को बचाएं, राज्य को बचाएं और देश को बचाएं. भजन लाल जाटव ने यह भी कहा कि एजुकेशन, स्वास्थ्य, सड़क क्षेत्रों में 2021 में बेहतरीन काम हुआ है और साल 2022 में हम उससे भी कहीं आगे बढ़कर काम करेंगे. वहीं अपने विभाग पीडब्ल्यूडी को लेकर उन्होंने कहा कि भले ही मुझे नया विभाग मिला हो लेकिन हमारे मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो कुछ बजट घोषणाएं कीं, उनको क्रियान्वित कर प्रदेश में नई सड़कें बनाना, टूटी हुई सड़कों के गड्ढे भरना, डामरीकरण करना हमारी प्राथमिकता होगी.
इसी के साथ उन्होंने केंद्र सरकार को यूपीए सरकार का समय याद दिलाते हुए कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार और केंद्र में कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी तब भी कभी प्रदेश के साथ भेदभाव नहीं हुआ, ऐसे में अब केंद्र सरकार हमें सड़कों के लिए बिना भेदभाव के आर्थिक पैकेज दे.
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कोरोना से बचाव करें, लॉकडाउन लगाना उपाय नहीं- खाचरियावास
नव वर्ष के उपलक्ष पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (pratap singh khachariyawas on new year) ने कहा कि भले ही सरकारों को अब डर लग रहा हो, ओमीक्रोम के फैलाव से स्थिति चिंताजनक है, लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद होटल इंडस्ट्री फेल हुई, बेरोजगारी बढ़ी, बाकी इंडस्ट्री भी इससे प्रभावित हुई. राजस्थान सरकार ने लोगों की मदद भी की. लेकिन हर सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि भूख से बड़ा कोई डर नहीं.
उन्होंने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत मानना है कि सरकार भले ही कोई भी हो, लेकिन लॉकडाउन (pratap singh khachariyawas on lockdown ) जैसी गतिविधियों से उसे दूर रहना चाहिए. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि ओमीक्रोम इतना खतरनाक नहीं है जितना डर के चलते भूख से मर जाना. ऐसे में लोगों को कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना के साथ कोरोना से मुकाबला करना होगा.