जयपुर. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय (PCC) जयपुर में एक बार फिर से मंत्री दरबार लगेगा. PCC में कांग्रेस के कार्यकर्ता और आमजन की सुनवाई होगी. माना जा रहा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (PCC Chief Govind Singh Dotasra) ने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन के साथ इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लेकर चर्चा कर ली है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में जल्द ही एक बार फिर से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मंत्री जन सुनवाई करेंगे. जनसुनवाई का रोडमैप (Roadmap) तैयार कर लिया गया है.
डोटासरा ने कहा कि मंत्री जनसुनवाई कब से शुरू होगी, इसे लेकर अंतिम चर्चा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जल्द ही कर ली जाएगी. उसके बाद राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में एक बार फिर मंत्री जनसुनवाई करते हुए नजर आएंगे. डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने घर पर भी जनसुनवाई करें.
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हालांकि, इस बार यह जनसुनवाई सोमवार से शुक्रवार 5 दिन की जगह सोमवार से बुधवार तक 3 दिन होगी. डोटासरा ने कहा कि क्योंकि बुधवार को आमतौर पर कैबिनेट की बैठक होती है, ऐसे में मंत्री सोमवार से बुधवार तक जयपुर ही रहते हैं. ऐसे में इन तीन दिनों तक दो या तीन मंत्री योजना कांग्रेस कार्यालय पर जनसुनवाई करने पहुंचेंगे.
पीसीसी कार्यालय में 3 दिन होगी मंत्री जनसुनवाई
राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय पर तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मंत्रियों की जनसुनवाई शुरू की थी. 7 अक्टूबर 2019 को शुरू हुई प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय (PCC) पर जनसुनवाई मार्च 2020 तक ही चल सकी. मार्च 2020 में कोरोना (corona) वायरस के प्रसार के चलते जनसुनवाई को बंद करना पड़ा. उसके बाद जुलाई महीने में गहलोत और पायलट की उठापटक चलते मंत्रियों की जनसुनवाई बंद हो गई. अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा फिर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात सीधे सरकार तक पहुंचे. इसके लिए कांग्रेस कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम जल्द ही शुरू करने जा रहे हैं.
फॉर्मूला बदला, लेकिन नही मिली सफलता
राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर लगने वाले मंत्री दरबार को लेकर शिकायत यह रहती थी ,कि इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ता को राजस्थान के अलग-अलग जगह से जयपुर आना पड़ता था. इसके चलते कांग्रेस पार्टी ने पहले यह विचार किया था कि मंत्री जब जिलों में जाएंगे तो वह जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठकर जनसुनवाई करेंगे. जिससे कि कार्यकर्ता को जयपुर नहीं आना पड़े. लेकिन इस फार्मूले को कोई खास सफलता नहीं मिली. मंत्रियों की जनसुनवाई जिलों में नहीं हो सकी. ऐसे में अब एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) चाहते हैं की जनसुनवाई प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ही हो, ताकि किस शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई. इसके बारे में प्रदेश कांग्रेस को पता रहे. खुद प्रदेश कांग्रेस भी कांग्रेस कार्यालय में आई शिकायतों के निवारण का पत्र मंत्रियों तक भेज सकें.
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राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शिक्षा मंत्री पद छोड़ते ही सक्रिय हो गए हैं और एक्शन मोड में आ गए हैं. यही कारण है की कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जनसुनवाई हो. इसके लिए वर्तमान गहलोत सरकार बनने के बाद 7 अक्टूबर 2019 को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जो मंत्रियों का कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जन सुनवाई का पायलट फार्मूला था वो राजस्थान में फिर लागू होने जा रहा है.