जयपुर. कोरोना काल में एक ओर बात होती है उन कोरोना वॉरियर्स की जिन्होंने अपनी जान को जोखिम में डालकर भी जनता के लिए अपना फर्ज निभाया, लेकिन दूसरी ओर इसी कोरोना काल में ऐसे भी सरकारी कर्मचारी सामने आए हैं जो दूसरे के हक का राशन खा रहे हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं उन सरकारी कर्मचारियों की जो सरकारी सेवा में होने के बावजूद भी सरकारी योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं.
बता दें, प्रदेश के खाद्य मंत्री रमेश मीणा के निर्देशों के बाद कोरोना काल के 2 महीने में करवाई गई चेकिंग में यह सामने आया कि प्रदेश के 15 हजार 529 ऐसे सरकारी कर्मचारी या उनके परिवार हैं, जो सरकारी योजनाओं का लाभ गलत तरीके से उठा रहे थे. अब ऐसे सरकारी कर्मचारियों के परिवारों के नाम को सूची में से हटाया गया है. इसके साथ ही ऐसे सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ पेनाल्टी लगाने के साथ ही विभागीय कार्रवाई करने के लिए भी लिखा गया है.
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मंत्री रमेश मीणा ने ऐसे सरकारी कर्मचारियों से अपील भी की है कि यह फायदे केवल मात्र लोगों के लिए हैं, ऐसे में सरकारी कर्मचारी जो खुद या उनके परिवार इन योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं वह स्वयं ही अपना नाम विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन चेक कर ले. उन्होंने कहा कि अगर चेकिंग में उनका नाम सामने आया तो ऐसे में सरकारी कर्मचारियों को कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए. उनपर पेनाल्टी तो लगेगी ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी.