जयपुर. सीबीआई मामलों की विशेष अदालत ने कोटा सांसद ओम बिरला के खिलाफ भ्रष्टाचार से करोड़ों की बेमानी संपत्ति रखने का आरोप लगाते हुए दायर परिवाद को खारिज कर दिया है. अदालत ने कहा कि मामले को सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत भेजने का अधिकार कोर्ट को नहीं है.
महेंद्र गौतम की ओर से पेश परिवार में कहा गया कि ओम बिरला ने लोकसभा चुनाव 2014 में अपनी संपत्ति एक लाख तीस हजार और पत्नी की संपत्ति नो लाख नब्बे हजार में खरीदना बताया था. जिसका वर्तमान मूल्य कुल करीब दो करोड़ रुपए है. बिरला ने अपनी आए दो लाख व सरकारी चिकित्सक पत्नी की वार्षिक आय करीब 10 लाख रुपए बताई है.
परिवाद में कहा गया कि बिरला ने भ्रष्टाचार से बेमानी संपत्ति एकत्रित की है. 17 जनवरी 2016 को अपनी बेटी के विवाह में उन्होंने करोड़ों रुपए खर्च किए. परिवाद में आरोप लगाया गया कि बिरला ने हजारों बीघा जमीन अपने रिश्तेदारों और जानकारों के नाम से खरीद रखी है. परिवाद में कहा गया कि परिवादी की ओर से सबूतों के साथ सीबीआई में शिकायत दी गई, लेकिन सीबीआई ने मामला दर्ज नहीं किया.