जयपुर. राज्य की दो विधानसभा सीटों वल्लभनगर और धरियावद में कांग्रेस की जीत पक्की हो चुकी है. अभी तक के परिणाम से उत्साहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि इस बार उपचुनाव में कंपटीशन दो ही बातों को लेकर चल रहा था कि दोनों प्रत्याशियों में ज्यादा मतों से कौन जीत दर्ज करता है?. साथ ही दूसरा यह कि भाजपा आखिर किस नंबर पर आती है.
डोटासरा ने कहा कि धनतेरस का दिन कांग्रेस के लिए अच्छा आया. पहले सुबह रीट का रिजल्ट भी घोषित हुआ और अब दोनों उपचुनाव में कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. इन उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कंपटीशन नहीं था बल्कि लड़ाई दूसरे नंबर पर आने की हो रही थी. लेकिन भाजपा दूसरे नंबर पर भी आने में कामयाब नहीं हो सकी. गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह जीत गहलोत सरकार की गुड गवर्नेंस ओर कार्यकर्ताओं की मेहनत की जीत है.
राजस्थान में कांग्रेस करेगी सत्ता में वापसी
उपचुनाव के नतीजों को लेकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि उपचुनाव में एंटी इनकंबेंसी की वजह से प्रतिपक्ष की सफलता की संभावना रहती है. लेकिन इन उपचुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया है कि एंटी इनकंबेंसी मोदी सरकार के खिलाफ है और राजस्थान में गहलोत सरकार लोकप्रिय है. ये नतीजे बताते हैं कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार फिर से 2023 में रिपीट होगी.
पूनिया तय करें हार उनकी वजह से या केंद्र की
गोविंद डोटासरा ने दोनों विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने के बाद कहा की भाजपा में अंदरूनी कंपीटिशन चल रहा है. भाजपा विपक्ष में रहते हुए भी जनता के मुद्दे नहीं उठा सकी. उन्होंने कहा कि राजेंद्र राठौड़ हमेशा सतीश पूनिया से पहले बात रखने की कोशिश करते हैं तो नेता प्रतिपक्ष कब किसके लिए क्या बोल जाए इसका उन्हें ध्यान नही रहता. डोटासरा ने कहा कि भाजपा केंद्र के नेतृत्व ने अपने स्तर पर प्रत्याशियों के नाम तय किए ओर प्रदेश के नेताओं को टिकट वितरण से पहले नहीं पूछा जा रहा.
डोटासरा ने वल्लभनगर सीट पर खरीद-फरोख्त के भी आरोप लगाते हुए कहा कि वल्लभनगर की टिकट कितने में क्या हुआ, यह सब जानते हैं. ऐसे में जब कोई पार्टी अपने ही नेताओं को नहीं पूछे तो उस पार्टी का खात्मा तय है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया यह तय करें इस हार के पीछे कारण क्या है क्या इस हार के लिए भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व जिम्मेदार है या फिर राजस्थान का नेतृत्व. डोटासरा ने दोहराया कि राजेंद्र राठौड़ को जिस दिन कांग्रेस पार्टी ने चुनाव में जिम्मेदारी दी थी, उसी दिन यह तय हो गया था कि 1 सीट तो कांग्रेस पार्टी आसानी से जीत रही है.