जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को 6 जिलों में हुई ओलावृष्टि से फसल खराबे (hailstorm damage crop) की प्रारंभिक रिपोर्ट आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल ने सदन में रखी. मेघवाल ने बताया कि प्रतापगढ़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, पाली ,भीलवाड़ा और जोधपुर जिले के अलग-अलग पटवार मंडल में 10 से 25 फीसदी तक फसल खराबा हुआ है.
साथ ही उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ के नोर्म्स से हैं कि अगर 33 फीसदी से अधिक खराब होता है तभी प्रभावितों को अनुदान मिलता है. इस जवाब के बाद जिन क्षेत्रों में खराबा हुआ है वहां से विधायकों ने फसल खराबे को लेकर स्पेशल गिरदावरी की मांग रखी. विधायक हमीर सिंह भायल ने जीरे की फसल को हुए नुकसान, विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने अफीम की फसल, जैतारण से भाजपा विधायक ने अपने यहां 80 फीसदी फसल खराब होने की बात कही. साथ ही आरोप लगाया कि अधिकारियों की ओर से गलत रिपोर्ट दी गई है. इसे सही से गिरदावरी करवाने की मांग की (legislators demanded a special girdawari).
वहीं उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ओलावृष्टि के चलते हुए नुकसान की 1 दिन में आई रिपोर्ट पर संदेह जताते हुए प्रदेश में ओलावृष्टि की स्पेशल गिरदावरी करवाने की मांग रखी. इस पर जवाब देते हुए मंत्री गोविंद मेघवाल ने कहा कि राजस्थान की सरकार किसानों को लेकर गंभीर है. पहले भी फसल खराबे पर 131 करोड़ रुपए किसानों को बांटे गए थे. उन्होंने स्वीकार किया कि 1 दिन में पूरी रिपोर्ट आना संभव नहीं है ,ऐसे में सदन के विधायकों की इच्छा देखते हुए प्रदेश में ओलावृष्टि से हुए खराबे का अनुमान लगाने के लिए पटवारी और कृषि पर्यवेक्षक के जरिए स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएगी.