जयपुर. जन जागरण मंच के साधु संतों ने सोमवार को आसाराम बापू के स्वास्थ्य को लेकर राज्यपाल और सीएम अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा. स्वामी बालयोगी ने बताया कि धर्मांतरण के षड्यंत्र को खुले आम बढ़ावा देकर प्रशासन के घोर दुर्व्यवहार से पालघर में दो साधुओं की घटना, शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती सहित कई घटनाओं को देखते हुए राष्ट्रवादी धर्म निष्ठ संगठन आसाराम बापू के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है.
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पिछले दिनों रात 10 बजे से अस्पताल में भर्ती होने के एक दिन बाद तक आसाराम बापू स्वास्थ्य की जानकारी उनके भक्तों से छुपाई गई. अस्पताल में दर्शन करने पहुंचे लोगों से पुलिस दुर्व्यवहार करती रही. उन्हें दर्शन से भी वंचित किया गया. आसाराम बापू के साहित्य और प्रभाव से घबराए धर्मांतरण करने वाले क्रिस्चन पोप के चेले राजनीतिक षडयंत्र करने पर तुले हुए हैं.
दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली लड़की की मेडिकल रिपोर्ट में लड़की का कौमार्य सुरक्षित पाया गया है. मामले की सुनवाई हाइकोर्ट में चल रही है. उनकी 85 वर्ष की उम्र में उन्हें 7 वर्ष 6 महीने से जेल में रखा गया है. बेल या पेरोल उनका अधिकार है जो उन्हें नही दिया जा रहा है.
राष्ट्रवादी धर्म निष्ठ संगठनों की सरकार से मांग है कि संगठनों के प्रतिनिधियों को संत आसाराम बापू के स्वास्थ्य की वास्तविक उचित जानकारी के लिए प्रशासन व्यवस्था करें. प्रशासन आसाराम बापू के प्रति व्यवहार में उचित सम्मान का विशेष ध्यान रखें.