जयपुर. मृत पशु उठाने की शिकायत का तत्काल समाधान नहीं होने और मृत पशु को उठाने के एवज में पैसे मांगने की शिकायत पर पशु चिकित्सा अधिकारी को एपीओ करने के निर्देश दिए गए. महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने शनिवार को मुख्यालय पर कॉल सेंटर का औचक निरीक्षण किया और यहां शिकायतों के निस्तारण की जानकारी लेने के लिए परिवादियों से बात की. वहीं शनिवार को ही महापौर ने राज्यपाल कलराज मिश्र से शिष्टाचार मुलाकात भी की.
स्वायत्त शासन विभाग के निर्देश पर शनिवार को भी नगर निगम कार्यालय खुले. ऐसे में महापौर सौम्या गुर्जर भी लाल कोठी स्थित निगम मुख्यालय पर निगम कॉल सेंटर का औचक निरीक्षण करने जा पहुंची. तो लापरवाही की कलई भी खुलती नजर आई. इस दौरान उन्होंने शिकायत रजिस्टर की जांच की और निस्तारित शिकायतों का विवरण लेकर कॉल सेंटर से ही परिवारों से बात की.
इस दौरान मृत पशु उठाने की शिकायत करने वाले परिवादी ने बताया कि कॉल सेंटर पर शिकायत शुक्रवार को की गई जबकि मृत पशु शनिवार को उठाया गया. वहीं, एक अन्य परिवादी ने बताया कि मृत बछड़ी को उठाने की शिकायत दर्ज करवाई थी. शिकायत का निस्तारण तो हो गया लेकिन इसके एवज में ₹700 लिए गए. इस पर महापौर ने पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरेंद्र से दूरभाष पर वार्ता कर स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन पशु चिकित्सा अधिकारी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके. महापौर ने तत्काल ही अधिकारी को एपीओ करने के निर्देश दिए.
पढ़ें- सांसद हनुमान बेनीवाल दिल्ली कूच, कहा- मोदी सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेती तो NDA से अलग हो जाएंगे
इसी तरह की शिकायत एक वार्ड पार्षद की ओर से भी की गई थी कि उसके वार्ड से मृत पशु उठाने की एवज में ₹300 लिए गए. इस पर महापौर ने जनता से अपील की है कि निगम की ओर से मृत पशु निशुल्क उठाए जाते हैं. निगम की ओर से बकायदा इसके लिए टेंडर किया जाता है और निगम संबंधित फर्म को भुगतान करता है. मृत पशु उठाने के एवज में निगम से संबंधित किसी भी फर्म के कार्मिक या निगम के कार्मिक को पैसा नहीं दें. इस दौरान उन्होंने ओसवाल डाटा सेंटर के प्रभारियों को निर्देश दिए कि ऑनलाइन शिकायत निस्तारण प्रणाली को इस प्रकार डवलप करें कि परिवादी को ये पता रहे कि किस अधिकारी के पास उसकी शिकायत लंबित है.
वहीं महापौर सौम्या गुर्जर ने शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से भी शिष्टाचार मुलाकात की. राजभवन में हुई इस मुलाकात के दौरान जयपुर ग्रेटर नगर निगम की स्थिति पर चर्चा की गई. साथ ही जनता को तत्काल राहत देने के विषयों पर चर्चा की गई.