जयपुर. राजस्थान में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर को सरकार ने उनके पद से निलंबित कर दिया है. जहां भाजपा इसे लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गई है तो वहीं राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा है कि इस मामले में कांग्रेस-भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. यहां तक कि इस निलंबन से पहले हमसे भी नहीं पूछा गया है. यह निर्णय सरकार की ओर से लिया गया निर्णय है. इसमें कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है.
जोशी ने कहा कि भाजपा का इतिहास रहा है कि वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ इसी तरीके का व्यवहार करती है. चाहे पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के प्रशासनिक अधिकारी पीके सिंह देव के साथ किया हुआ व्यवहार हो या फिर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का अधिकारियों के खिलाफ व्यवहार. भाजपा राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था को भंग करना चाहती है और इसी के चलते इस बार जयपुर महापौर ने यह काम किया है.
भाजपा के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष का बयान हास्यास्पद है कि यही घटना कांग्रेस के पतन का कारण बनेगी. जबकि इस घटना से कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. मेयर सौम्या गुर्जर को अपनी बात रखने के लिए समय दिया गया. उन्होंने बात नहीं रखी तो 3 दिन में सरकार को कार्रवाई करना जरूरी था और सरकार ने यह कार्रवाई की.
पढ़ें : महापौर-पार्षद निलंबन मामला : नहीं चलेगा गहलोत सरकार का अहंकार, कांग्रेस का पतन शुरू : पूनिया
महेश जोशी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में ऐसी घटनाएं कई बार हो जाती हैं, लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मार पिटाई का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर महापौर सौम्या गुर्जर अपनी हरकत के लिए माफी मांग लेतीं तो शायद हो सकता है कि उन पर कार्रवाई नहीं होती.