जयपुर. शहर को पहले पायदान पर लाने के दावों के बीच ग्रेटर नगर निगम और हेरिटेज नगर निगम की महापौर ने अब बीवीजी कंपनी को भी अल्टीमेटम दे दिया है. शहर में लगातार बिगड़ती सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए बीवीजी कंपनी को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि कंपनी काम नहीं कर सकती तो दूसरा विकल्प ढूंढा जाएगा.
शहर के दो निगमों में अधिकारियों के बंटवारे के बाद मॉनिटरिंग नहीं होने से बीवीजी कंपनी द्वारा डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण (Door-to-Door Garbage Collection in Jaipur) में अनियमितता देखने को मिल रही है. एक हूपर जहां पहले चार से पांच राउंड करते थे. अब एक राउंड के बाद ही गायब हो जाते हैं. ऐसे में शहर की सड़कों और घरों के बाहर कचरा इकट्ठा होने लगा है. खासकर परकोटा और सांगानेर क्षेत्र में हालात बदतर हो गए हैं. ऐसे में शहर वासियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रेटर की मेयर ने अधिकारियों को झाड़ा
इस बीच जयपुर नगर निगम ग्रेटर की मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर ने शहर में सफाई व्यवस्था का जायजा भी लिया. इस दौरान मालवीय नगर के प्रधान मार्ग पर सड़क पर कचरे के ढेर और प्रताप नगर इलाके में नालियों में कचरा भरा देखकर उन्होंने अधिकारियों को फोन पर लताड़ लगाई.
वहीं मेयर ने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का काम यदि बीवीजी कंपनी ठीक ढंग से कर रही होती, तो सड़क पर कचरा आता ही नहीं. उन्होंने कहा कि बीवीजी कंपनी से बात की जाएगी, यदि वो व्यवस्था नहीं संभाल पा रही है तो निगम अपने स्तर पर ये काम कर लेगा. या फिर दूसरा विकल्प तलाशा जाएगा.
हेरिटेज निगम मेयर ने भी कंपनी की कार्यशैली पर उठाए सवाल
इससे पहले जयपुर नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर ने भी शहर का दौरा कर बीवीजी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे. वहीं उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि शहर को सफाई में नंबर वन बनाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन बीवीजी कंपनी प्रॉपर काम नहीं कर रही. और यदि शहर में स्वच्छता व्यवस्था बिगड़ने की जिम्मेदार बीवीजी है, तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी और दूसरा विकल्प भी ढूंढा जाएगा.
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बता दें कि साल 2017 से बीवीजी कंपनी को डोर-टू डोर-कचरा संग्रहण का टेंडर दे रखा है. कंपनी अपने संसाधनों के अलावा अन्य वेंडर से भी ये काम करा रही है लेकिन भुगतान नहीं मिलने के कारण वेंडर्स आए दिन हड़ताल पर चले जाते हैं. जिसका सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ता है.