जयपुर. राजस्थान में अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) जुट गई (Mayawati chaired meeting of BSP Leaders) है. दिल्ली में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने रविवार को राजस्थान से जुड़े बीएसपी नेताओं की बैठक ली. इस दौरान मायावती के निशाने पर प्रदेश की गहलोत सरकार के साथ ही भाजपा भी रही. मायावती ने उदयपुर में हुई जघन्य हत्याकांड मामले में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के साथ बीजेपी को भी घेरा.
बैठक में राजस्थान के बीएसपी से जुड़े जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी सहित कुछ नेता मौजूद रहे. इस दौरान मायावती ने प्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों और पार्टी की आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर फीडबैक लिया. बैठक के दौरान राजस्थान से जुड़े बीएसपी के पुराने जख्मों का दर्द भी मायावती के संबोधन में नजर आया. मायावती ने पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों को साफ कर दिया कि विश्वासघाती और बिकाऊ लोगों को पूरी तरह से दूर रखते हुए राजस्थान में ज्यादातर मिशनरी आधार पर ही पार्टी और संगठन को तैयार करने का काम किया जाए. मायावती ने यह भी कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी भाजपा से मुस्तैदी से लड़ने की बजाय खासकर बीएसपी को तरह-तरह से आघात पहुंचाने और पार्टी विधायकों को तोड़ने आदि के स्वार्थ में लगी रहती है. ऐसे में आगे से समुचित सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.
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उदयपुर हत्याकांड मामले में कांग्रेस-भाजपा पर बरसी मायावती : वहीं, उदयपुर में हुए कन्हैयालाल के जगन ने हत्याकांड मामले में भी मायावती के निशाने पर (Mayawati targets Congress and BJP) सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा दोनों रहे. मायावती ने कहा (Mayawati on Udaipur murder) कि कांग्रेस सरकार हालात का सही आंकलन करके लोगों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था करने में विफल रही. वहीं, भाजपा इस घटना की आड़ में संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ में ही व्यस्त रही. ऐसे में कांग्रेस और भाजपा दोनों अराजक तत्वों के तुष्टीकरण को तत्काल रोक लगाएं, यह बेहद जरूरी है. बैठक के दौरान मायावती ने सेना भर्ती की योजना अग्निपथ को भी राजस्थान के मेहनतकश नौजवानों के खिलाफ बताया और यह भी कहा कि इससे नौजवानों को काफी निराशा हाथ लगी है.