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प्रदेश में बने क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर प्रति व्यक्ति अधिकतम 2 हजार 440 रुपए हो रहे खर्च, अब तक 63 लाख से अधिक का आवंटन: रिपोर्ट

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Published : Apr 24, 2020, 12:32 PM IST

Updated : Apr 24, 2020, 3:55 PM IST

प्रदेश में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर प्रति व्यक्ति अधिकतम खर्च 2 हजार 440 रुपए आ रहे हैं. ऐसे में आपदा एवं प्रबंधन विभाग ने सभी कलेक्टरों को मिलाकर 63 करोड़ 80 लाख रुपए आवंटित करवाया है.

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क्वॉरेंटाइन सेटरों पर प्रति व्यक्ति अधिकतम 2 हजार 440 रुपए खर्च

जयपुर. प्रदेश में जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, तब से क्वॉरेंटाइन सेंटरों और शेल्टर होम्स में रह रहे लोगों को किसी तरह की कोई तकलीफ न हो. इसके लिए आपदा एवं प्रबंधन विभाग पूरी तन्मयता से जुटा हुआ है. क्वॉरेंटाइन सेंटर हो या फिर प्रदेश के शेल्टर होम्स, जिसमें प्रवासी मजदूर रुके हुए हैं. इनके प्रबंधन के लिए अब तक प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को 63 करोड़ 80 लाख रुपए का आवंटन विभाग की ओर से किया गया है.

क्वॉरेंटाइन सेटरों पर प्रति व्यक्ति अधिकतम 2 हजार 440 रुपए खर्च

आपदा प्रबंधन विभाग मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल के अनुसार जिला कलेक्टर्स को राज्य में संचालित समस्त क्वॉरेंटाइन केन्द्रों तथा राहत शिविरों में रह रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए अस्थायी आवास, भोजन, कपडे़, मेडिकल सुविधा, संदिग्धों की जांच और स्क्रीनिंग, कोविड-19 की रोकथाम में लगे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मियों की निजी सुरक्षा के उपकरण इत्यादि के लिए मार्च महीने में 8.70 करोड़ रुपए, निर्बन्ध कोष के लिए 4.10 करोड़ और अप्रैल में 51 करोड़ की राशि आवंटित की जा चुकी है. इस प्रकार समस्त जिला कलेक्टरों को कुल 63.8 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है.

यह भी पढ़ेंः महाघोटाला: उपभोक्ताओं की आईडी हैक कर 21 जिलों के 137 परिवारों के डकार गए गेहूं, FIR दर्ज

मेघवाल ने कहा कि मुख्यमत्री अशोक गहलोत के साफ निर्देश हैं कि चाहे क्वॉरेंटाइन सेंटर हो या फिर शेल्टर होम्स, उसमें रहने वाले किसी भी तबके के हों उनको कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. हालांकि आपको बता दें कि क्वॉरेंटाइन सेंटर पर प्रति व्यक्ति खर्च शेल्टर होम्स की तुलना में ज्यादा है. क्योंकि वहां लोगों को सरकार की ओर से कोरोना संदिग्ध के तौर पर लाया जाता है.

ये खर्च होता है, क्वॉरेंटाइन सेंटर पर...

जैसे ही प्रदेश में लॉकडाउन शुरू हुआ था, वैसे ही 23 मार्च को आपदा एंव प्रबधन विभाग की ओर से जो क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए राशि आवंटित हुई थी. उसके अनुसार क्वॉरेंटाइन सेन्टर में इन मदों में खर्च होता है पैसा, जानिए...

क्वॉरेंटाइन सेंटर पर खाने और नाश्ते के मद में प्रति व्यक्ति ये हो रहा खर्च

  • नाश्ता 100 रुपए में
  • दोपहर का खाना 180 रुपए में
  • रात का खाना 180 रुपए में
  • पानी 80 रुपए में
  • चाय और स्नैक्स 60 रुपए में

ऐसे में क्वॉरेटाइन सेंटर में रखे जाने वाले लोगों पर खाने-पीने पर कुल 600 रुपए अधिकतम प्रतिदिन खर्च हो रहे हैं.

साफ-सफाई और डिसइन्फेक्शन पर

  • क्लीनर को रोज के 50 रुपए
  • सेनेटाइजर के लिए 70 रुपए
  • एन-95 मास्क के लिए 300 रुपए
  • 3 लेयर वाले मास्क के लिए 50 रुपए
  • हाइपोक्लोरीन सलूशन के 30 रुपए

इस तरीके से साफ-सफाई और डिसइन्फेक्शन के ऊपर 550 रुपए रोजाना प्रति व्यक्ति खर्च हो रहे हैं. सुरक्षा पर गार्ड को प्रति व्यक्ति 30 रुपए अधिकतम दिए जाते हैं.

लॉन्ड्री पर

  • प्रति बेड शीट धोने के 40 रुपए
  • सफाई के लिए 20 रुपए

इस तरह कुल 60 रुपए खर्च किए जा रहे हैं

पीपीई किट और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए रोजाना छह सौ रुपए प्रति व्यक्ति खर्च हो रहे हैं.

स्टॉफ के खाने पर 500 रुपए रोजाना खर्च हो रहे हैं.

प्रति व्यक्ति इस तरह कुल मिलाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे एक व्यक्ति पर प्रतिदिन 2 हजार 440 रुपए अधिकतम खर्च हो रहे हैं. राजधानी जयपुर की बात करें तो अभी 13 क्वॉरेंटाइन सेंटर बने हुए है, जिनमें कुल 1 हजार 778 लोगों को रखा गया है.

जयपुर. प्रदेश में जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, तब से क्वॉरेंटाइन सेंटरों और शेल्टर होम्स में रह रहे लोगों को किसी तरह की कोई तकलीफ न हो. इसके लिए आपदा एवं प्रबंधन विभाग पूरी तन्मयता से जुटा हुआ है. क्वॉरेंटाइन सेंटर हो या फिर प्रदेश के शेल्टर होम्स, जिसमें प्रवासी मजदूर रुके हुए हैं. इनके प्रबंधन के लिए अब तक प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को 63 करोड़ 80 लाख रुपए का आवंटन विभाग की ओर से किया गया है.

क्वॉरेंटाइन सेटरों पर प्रति व्यक्ति अधिकतम 2 हजार 440 रुपए खर्च

आपदा प्रबंधन विभाग मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल के अनुसार जिला कलेक्टर्स को राज्य में संचालित समस्त क्वॉरेंटाइन केन्द्रों तथा राहत शिविरों में रह रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए अस्थायी आवास, भोजन, कपडे़, मेडिकल सुविधा, संदिग्धों की जांच और स्क्रीनिंग, कोविड-19 की रोकथाम में लगे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मियों की निजी सुरक्षा के उपकरण इत्यादि के लिए मार्च महीने में 8.70 करोड़ रुपए, निर्बन्ध कोष के लिए 4.10 करोड़ और अप्रैल में 51 करोड़ की राशि आवंटित की जा चुकी है. इस प्रकार समस्त जिला कलेक्टरों को कुल 63.8 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है.

यह भी पढ़ेंः महाघोटाला: उपभोक्ताओं की आईडी हैक कर 21 जिलों के 137 परिवारों के डकार गए गेहूं, FIR दर्ज

मेघवाल ने कहा कि मुख्यमत्री अशोक गहलोत के साफ निर्देश हैं कि चाहे क्वॉरेंटाइन सेंटर हो या फिर शेल्टर होम्स, उसमें रहने वाले किसी भी तबके के हों उनको कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. हालांकि आपको बता दें कि क्वॉरेंटाइन सेंटर पर प्रति व्यक्ति खर्च शेल्टर होम्स की तुलना में ज्यादा है. क्योंकि वहां लोगों को सरकार की ओर से कोरोना संदिग्ध के तौर पर लाया जाता है.

ये खर्च होता है, क्वॉरेंटाइन सेंटर पर...

जैसे ही प्रदेश में लॉकडाउन शुरू हुआ था, वैसे ही 23 मार्च को आपदा एंव प्रबधन विभाग की ओर से जो क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए राशि आवंटित हुई थी. उसके अनुसार क्वॉरेंटाइन सेन्टर में इन मदों में खर्च होता है पैसा, जानिए...

क्वॉरेंटाइन सेंटर पर खाने और नाश्ते के मद में प्रति व्यक्ति ये हो रहा खर्च

  • नाश्ता 100 रुपए में
  • दोपहर का खाना 180 रुपए में
  • रात का खाना 180 रुपए में
  • पानी 80 रुपए में
  • चाय और स्नैक्स 60 रुपए में

ऐसे में क्वॉरेटाइन सेंटर में रखे जाने वाले लोगों पर खाने-पीने पर कुल 600 रुपए अधिकतम प्रतिदिन खर्च हो रहे हैं.

साफ-सफाई और डिसइन्फेक्शन पर

  • क्लीनर को रोज के 50 रुपए
  • सेनेटाइजर के लिए 70 रुपए
  • एन-95 मास्क के लिए 300 रुपए
  • 3 लेयर वाले मास्क के लिए 50 रुपए
  • हाइपोक्लोरीन सलूशन के 30 रुपए

इस तरीके से साफ-सफाई और डिसइन्फेक्शन के ऊपर 550 रुपए रोजाना प्रति व्यक्ति खर्च हो रहे हैं. सुरक्षा पर गार्ड को प्रति व्यक्ति 30 रुपए अधिकतम दिए जाते हैं.

लॉन्ड्री पर

  • प्रति बेड शीट धोने के 40 रुपए
  • सफाई के लिए 20 रुपए

इस तरह कुल 60 रुपए खर्च किए जा रहे हैं

पीपीई किट और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए रोजाना छह सौ रुपए प्रति व्यक्ति खर्च हो रहे हैं.

स्टॉफ के खाने पर 500 रुपए रोजाना खर्च हो रहे हैं.

प्रति व्यक्ति इस तरह कुल मिलाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे एक व्यक्ति पर प्रतिदिन 2 हजार 440 रुपए अधिकतम खर्च हो रहे हैं. राजधानी जयपुर की बात करें तो अभी 13 क्वॉरेंटाइन सेंटर बने हुए है, जिनमें कुल 1 हजार 778 लोगों को रखा गया है.

Last Updated : Apr 24, 2020, 3:55 PM IST
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