जयपुर. जयपुर में एक तरफ क्रिकेट के मैदान पर भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आज शाम आमने-सामने होंगी तो वहीं सियासी मैदान पर भी दंगल शुरू हो चुका है. भाजपा विधायक कालीचरण सराफ का आरोप है कि सीएम के बेटे की राजनीति को चमकाने के लिए कोरोना गाइडलाइन को दरकिनार कर मैच कराया जा रहा है.
पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ ने यह आरोप मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर लगाया है. उन्होंने कहा कि अपने बेटे वैभव गहलोत की राजनीति चमकाने के लिए सीएम ने कोरोना गाइडलाइन को दरकिनार कर जयपुर में यह मैच करवाया है. सराफ ने यह भी कहा जिस दिन मंत्रिमंडल का पुनर्गठन या विस्तार होगा, उसी दिन गहलोत सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी. प्रदेश में चल रहे मौजूदा सियासी घटनाक्रम को लेकर ईटीवी भारत ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक कालीचरण सराफ से खास बात की.
आरसीए अध्यक्ष वैभव सीएम के बेटे, इसलिए नियमों में छूट
सराफ ने एसएमएस स्टेडियम में भारत-न्यूजीलैंड T-20 क्रिकेट मैच के आयोजन पर सवाल उठाए. कहा कि प्रदेश में कोरोना गाइड लाइन में छूट भी केवल केवल इसीलिए ही दी गई है कि मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत की राजनीति इस मैच के जरिए चमकाई जाए. सराफ ने कहा कि मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत आरसीए अध्यक्ष हैं इसलिए यहां मैच हो रहा है. लेकिन जिस प्रकार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए अभी जयपुर में इस प्रकार के मैच के आयोजन की कोई आवश्यकता थी ही नहीं.
इस क्रिकेट मैच के लिए नियमों में जिस तरह छूट दी गई है, वह प्रदेश की लाखों-करोड़ों जनता के जीवन के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ है. कालीचरण सराफ ने यह भी कहा कि इस मैच के कुछ ही दिन बाद मुख्यमंत्री कोरोना को लेकर न्यू गाइडलाइन जारी कर देंगे.
मंत्रिमंडल पुनर्गठन के साथ सरकार की उल्टी गिनती
कालीचरण सराफ ने यह भी कहा कि जिस दिन गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार या पुनर्गठन होगा, उसी दिन से गहलोत सरकार की उल्टी गिनती भी शुरू हो जाएगी. ऐसे में जो काम 1 साल पहले होना चाहिए था वो फिर अब शुरू होगा. सराफ का इशारा सरकार के अस्थिर होने की ओर था. सराफ के अनुसार मुख्यमंत्री ने कई विधायकों के कोहनी पर मंत्री पद का गुड लगा रखा है लेकिन मंत्री के पद सीमित हैं और कुछ को ही मौका मिल पाएगा. ऐसे में जिन्हें पद नहीं मिला उनमें असंतोष होगा और सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी.
स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा बंद करने का विरोध
पूर्व शिक्षा मंत्री रहे कालीचरण सराफ ने मौजूदा कोरोना कालखंड के दौरान अभी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षण बंद करने की छूट का भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि सरकार की लचर कार्यशैली के चलते निजी स्कूलों ने ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह बंद कर दी गई है. जबकि आज भी कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे हैं. कालीचरण सराफ के अनुसार सरकार को इस पर ध्यान देते हुए स्कूलों में वापस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों शिक्षण व्यवस्था शुरू करना चाहिए.
चरमरा गई प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था
पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ से जब कोरोना से जुड़े मामलों में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की गंभीरता से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वर्तमान में तो चिकित्सा मंत्री को गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया है. वे गुजरात पर्यटन में व्यस्त हैं. जिसके चलते राजस्थान में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है.
डोटासरा ने मंत्री बनने के बाद भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित किए
शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से शिक्षकों से पैसे देकर तबादले होने से जुड़ा सवाल पूछने की घटना पर भी कालीचरण सराफ ने कहा कि मौजूदा शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा जब से मंत्री बने हैं तब से उन्होंने भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित किए हैं.
सराफ के अनुसार अब तो यह जगजाहिर हो गया है कि शिक्षा विभाग में तबादलों में लाखों रुपए का वारा न्यारा किया गया है. ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिए कि डोटासरा को मंत्री पद से बर्खास्त करें.