जयपुर. राजधानी जयपुर के गलता गेट थाना इलाके में दिल्ली रोड पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर कार चढ़ाने का प्रयास करने का मामला सामने आया है. तेज रफ्तार से आ रही एक कार को पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया, तो चालक ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर ही कार चढ़ाने का प्रयास किया. जिससे ट्रैफिक पुलिसकर्मी की जान आफत में आ गई. जानकारी के मुताबिक, गलता गेट ट्रैफिक सिग्नल पर पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे थे. इस दौरान तेज रफ्तार में आ रही कार को रोकने का प्रयास किया. चालक ने पुलिसकर्मियों की तरफ कार को घुमा कर चढ़ाने का प्रयास किया और टक्कर मारते हुए भाग निकला. पुलिसकर्मी अपनी जान बचाते हुए पीछे की तरफ हट गया, जिससे मौका पाकर चालक भागने में कामयाब हो गया.
ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है. पुलिस के मुताबिक, घटना आरएसी मोड के पास ट्रैफिक सिग्नल की बताई जा रही है. पुलिसकर्मी अभियान के तहत चेकिंग कर रहे थे. इस दौरान दूर से तेज रफ्तार में आ रही कार को रोकने का प्रयास किया गया. लेकिन, चालक ने बैरिकेट्स को टक्कर मारते हुए पुलिसकर्मी पर कार चढ़ाने का प्रयास किया. कार नंबर के आधार पर गलता गेट थाने में रिपोर्ट दी गई है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. बता दें कि राजधानी जयपुर में एक महीने के दौरान करीब आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट के मामले सामने आ चुके हैं.
पढ़ें: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र कल से होगा शुरू, विधायक दल की बैठक में कांग्रेस बनाएगी रणनीति
ठगों ने बैंक को बनाया शिकार...
राजधानी जयपुर में कई बार बैंक कर्मचारी और बैंक अधिकारी के नाम से ठगी करने की वारदातें सामने आती है. लेकिन, इस बार ठगों ने एक बैंक को ही ठगी का शिकार बना लिया. एक नामी बैंक से ठगों ने पर्सनल लोन उठाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. लोन लेने के बाद किस से नहीं जमा करवाई, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. बैंक प्रबंधन ने सांगानेर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. पुलिस के मुताबिक, बैंक की दो शाखा से ठगी की गई है. शाखा प्रबंधक ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. दोनों बैंक शाखा में पर्सनल लोन के लिए अप्लाई किया गया. लोन की सारी शर्तें पूरी करने के बाद दस्तावेज भी जमा करा दिए. बाद में बैंक की ओर से लोन दे दिया गया. जब आरोपियों ने किश्ते नहीं चुकाई, तो बैंक ने संपर्क किया. जिसके बाद आरोपियों का फोन बंद बताया गया. बैंक प्रबंधन ने मामले की जांच पड़ताल की तो दस्तावेज के आधार पर नाम पता फर्जी पाया गया. आरोपी ने जो दस्तावेज दिए थे, उन पर बताए गए नाम और पता फर्जी पाया गया है. दोनों बैंक मैनेजर ने फर्जी दस्तावेजों से लोन लेने का मामला दर्ज करवाया है. फिलहाल, सांगानेर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.