जयपुर. कांग्रेस केन्द्र सरकार की नीतियों को घेरते हुए आगामी 4 सितंबर को दिल्ली में महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल रही (Congress Against Price rise on 4th September) है. कांग्रेस शासित प्रदेश में इसे लेकर सरगर्मियां बढ़ गई हैं. महारैली में राजस्थान से उम्मीदें कई हैं (Congress Halla Bol Against BJP). ये उम्मीदें संख्या जुटाने को लेकर हैं. रैली और तमाम मुद्दों पर चर्चा के लिए राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन जयपुर में थे. गुरुवार को उन्होंने पदाधिकारियों संग सीएम की मौजूदगी में बैठक की. लेकिन इस दौरान महारैली पर बात करते करते डोटासरा ने अपने मन की बात साझा की.
डोटासरा का दर्द: डोटासरा ने कहा अब तो इतना समय हो चुका है माकन साहब, आपसे निवेदन है कि अब तो राजस्थान में जिला, ब्लाक, मंडल अध्यक्ष और उनकी कार्यकारिणी घोषित करवा दें. इस पर अजय माकन ने मुख्यमंत्री के सामने आश्वासन दिया कि जल्द ही यह घोषणा कर दी जाएगी. इससे पहले माकन ने राजधानी में पहुंचते ही जयपुर के नेताओं विधायकों के साथ बैठक की. उसके बाद शाम 6 बजे मुख्यमंत्री आवास से राजस्थान कांग्रेस के पदाधिकारियों विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक कर 4 सितंबर को रैली की तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश जारी किए.
मुख्यमंत्री के साथ मैराथन बैठक: 1 दिन में दो बार बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर अजय माकन और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच करीब 4 घंटे लंबी मैराथन बैठक चली. सूत्रों की मानें तो इस बैठक मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रभारी अजय माकन के बीच राजस्थान में होने वाले संभावित बदलाव जिनमें सरकार और संगठन दोनों के बदलाव शामिल है पर चर्चा हुई. चूंकि संगठन में नियुक्तियां राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव से पहले हर हाल में कर दी जाएगी इसलिए संभावित कैबिनेट फेरबदल और अन्य बातों पर भी मुख्यमंत्री के साथ लंबी चर्चा हुई.
रैली के लिए शाहजापुर बॉर्डर पर बनेगा कंट्रोल रूम: दिल्ली में होने वाली महंगाई के खिलाफ रैली को लेकर राजस्थान से 50,000 लोगों के जाने के दावे किए जा रहे हैं. रैली में लोग कहां से और किन साधनों से जा रहे हैं, इसके लिए जयपुर में 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम बन चुका है. शाहजापुर बॉर्डर पर भी एक चेक पोस्ट राजस्थान कांग्रेस की ओर से लगाया जा रहा है ,ताकि कौन नेता कितनी गाड़ियां लेकर रैली में पहुंचा था इसकी डिटेल उनके पास मौजूद हो.
मुख्यमंत्री के सामने हुई बैठक में इस बात को लेकर मंथन हुआ की बसों के जरिए रैली में जाया जाए या फिर निजी वाहनों से. बताया जा रहा है कि हर जिले से 30 बसें ऐसी सर्च की जा रही है जिनके पास नेशनल परमिट हो. नेशनल परमिट के बिना ये बसें दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी. इसमें एक सुझाव ये भी आया है कि सरकार से कहकर रोडवेज बसों का इंतजाम कर लिया जाए. सूत्र बता रहे हैं कि जो वाहन दिल्ली पहुंचेंगे उनमें डीजल, पेट्रोल डलवाने की जिम्मेदारी भी मंत्री विधायकों के साथ ही प्रभारी मंत्री पर सौंप दी गई है.
राहुल गांधी को बनना चाहिए राष्ट्रीय अध्यक्ष
जयपुर में एक अन्य कार्यक्रम में बीडी कल्ला ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कांग्रेस की 4 सितंबर को दिल्ली में होने वाली हल्ला बोल रैली को लेकर कहा कि प्रदेश कांग्रेस ने रैली में ज्यादा से ज्यादा लोगों को ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसमें विधायक से लेकर संगठन पदाधिकारी जुटे हुए हैं. वहीं इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में बीडी कल्ला ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चा पर राय दी. उन्होंने कहा कि उनकी व्यक्तिगत राय है कि राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. क्योंकि राहुल गांधी खुद भारत जोड़ो कार्यक्रम में निकल रहे हैं. यदि वो अध्यक्ष के रूप में चलेंगे तो निश्चित रूप से बहुत लोग जुड़ेंगे, उससे देश और पार्टी को लाभ मिलेगा.
वहीं कार्यक्रम में मौजूद रहे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कहा कि कांग्रेस विपक्ष में है. चाहे महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा हो या दूसरे जनता के मुद्दे. इन्हें लेकर कांग्रेस पार्टी हमेशा आंदोलन भी करती रही है. इसी क्रम में 4 सितंबर को दिल्ली में बड़ी रैली होगी. सभी लोगों की इच्छा है कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है जिसे और मजबूत होना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से जब संगठन के चुनाव होंगे तो लोगों को नई जिम्मेदारियां भी मिलेंगी.