ETV Bharat / city

राजस्थान में ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए त्वरित योजना बनाएं, समयबद्ध रूप से लागू करें : CM गहलोत

कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की अत्याधिक आवश्यकता के दृष्टिगत राज्य सरकार प्रदेश को मेडिकल ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में अधिकाधिक ऑक्सीजन प्लांट लगाने तथा ऑक्सीजन आदि उपकरणों की खरीद की त्वरित योजना बनाकर इसे समयबद्ध रूप से लागू करने के निर्देश दिए हैं.

cm gehlot review meeting
कोरोना प्रबंधन की समीक्षा बैठक
author img

By

Published : May 4, 2021, 6:54 AM IST

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत सोमवार रात को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड संक्रमण, ऑक्सीजन गैस एवं कंसंट्रेटर, टैंकरों की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर उच्च स्तरीय समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य तथा चिकित्सा, शिक्षा विभाग के साथ-साथ उद्योग, नगरीय विकास, स्वायत्त शासन विभाग और जिला प्रशासन नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने अथवा करवाने और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद के लिए समन्वित प्रयास करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपयोगी साबित हो सकते हैं. इनकी जल्द-से-जल्द खरीद की जाए और आयात करने के लिए विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों का भी सहयोग लिया जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शिपिंग और अन्य कारणों से इनके पहुंचने में विलंब नहीं हो. गहलोत ने निर्देश दिए कि अधिकारी जामनगर और भिवाड़ी से मिल रही ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति को जल्द-से-जल्द अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए संबंधित कंपनियों के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय बनाए रखें, ताकि जामनगर सहित अन्य दूरस्थ स्थानों से ऑक्सीजन का शीघ्र उठाव भी संभव हो सके.

पढ़ें : मुख्यमंत्री का प्रधानमंत्री पर कटाक्ष : हिंदुत्व की लहर के अलावा नरेंद्र मोदी की कोई उपलब्धि नहीं...बंगाल की हार इतिहास में दर्ज हुई

उन्होंने बताया कि सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर प्रदेश को ऑक्सीजन के उठाव के लिए अतिरिक्त टैंकर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि प्रदेश के बड़े शहरों में नगरीय विकास विभाग तथा यूआईटी के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. कुछ जगह तो इसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. आने वाले दिनों में संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर प्लांट स्थापित करने के लिए कार्यादेश जारी किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग आमजन को कोविड अनुशासन के प्रति जागरूक करने तथा मास्क वितरण के कार्याें में और तेजी लाएगा.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने नए ऑक्सीजन प्लांट जहां तक संभव हो, जिला अस्पतालों के आस-पास स्थापित करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से ऑक्सीजन के परिवहन में लगने वाले समय की बचत होगी तथा अस्पताल में पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकेगी और इसकी छीजत कम होगी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने आरयूएचएस में भर्ती अतिरिक्त कोविड रोगियों को एसएमएस अस्पताल में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को अधिक सरल बनाने को सुझाव दिया, ताकि मरीजों को शिफ्ट होने में आसानी रहे.

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने जानकारी दी कि केंद्रीय गृह सचिव तथा स्वास्थ्य सचिव ने केन्द्र सरकार की ओर से राजस्थान के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के संकेत दिए हैं. उन्होंने बढ़े हुए कोटे की आपूर्ति जामनगर से करने की मांग की है तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के अधिकारियों के साथ इस प्लांट से अधिक आपूर्ति देने के विषय पर चर्चा की है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के कुछ अस्पतालों में भारत सरकार की ओर से ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे, साथ ही नैवैली लिग्नाइट द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के सहयोग की पेशकश भी की गई है. कुछ जिला कलेक्टरों से ऑक्सीजन प्लांट के लिए जमीन चिन्हित करने को कहा गया है.

वीसी के दौरान बताया गया कि कुछ कंपनियों से नाइट्रोजन एवं एलएनजी के टैंकर प्राप्त हुए हैं. इनमें से दो टैंकरों का रूपान्तरण करवा कर उनसे ऑक्सीजन के उठाव का काम शुरू कर दिया गया है. शेष टैंकरों को ऑक्सीजन परिवहन के उपयुक्त बनाने के लिए इनके शुद्धिकरण की प्रक्रिया चल रही है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के पानागढ़ से भी चार अतिरिक्त टैंकर लाने के प्रयास चल रहे हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग सुबोध अग्रवाल ने बताया कि चीन और रूस से कंसंट्रेटर के आयात की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है. दुबई तथा मुबंई से भी कुछ फर्मों से कंसंट्रेटर खरीद के लिए चर्चा की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस माह के मई के अंत तक प्रदेश में लगभग 25 हजार कंसंट्रेटर उपलब्ध हो जाएंगे.

पढ़ें : उपचुनाव में जीत के बाद PCC चीफ डोटासरा को मिल सकता है कैबिनेट मंत्री का तोहफा

प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा ने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि उपकरणों की त्वरित खरीद और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रियाओं को सुगम बनाया गया है. विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के साथ-साथ चैरिटेबल संस्थाओं तथा राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे ऑक्सीजन कंसेट्रेटर की जल्द उपलब्धता और उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बताया कि महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े के दौरान पुलिस द्वारा की गई सख्ती के चलते अब शहरों में अधिकतर लोग घर से बाहर रहने पर मास्क पहन रहे हैं.

पुलिस द्वारा कई शहरों में किए गए फ्लैग मार्च से लोगों का आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है और वे महामारी की गंभीरता के प्रति सचेत हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने सोमवार को बिना वजह घर से बाहर घूमने वाले करीब 1900 लोगों को संस्थागत क्वारेंटाइन भेजा गया तथा एक ही दिन में कोविड अनुशासन दिशा-निर्देशों के उल्लंघन पर 47 हजार चालान किए गए. बैठक में प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल, नोडल अधिकारी रोहित गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने भी सुझाव दिए.

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत सोमवार रात को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड संक्रमण, ऑक्सीजन गैस एवं कंसंट्रेटर, टैंकरों की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर उच्च स्तरीय समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य तथा चिकित्सा, शिक्षा विभाग के साथ-साथ उद्योग, नगरीय विकास, स्वायत्त शासन विभाग और जिला प्रशासन नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने अथवा करवाने और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद के लिए समन्वित प्रयास करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपयोगी साबित हो सकते हैं. इनकी जल्द-से-जल्द खरीद की जाए और आयात करने के लिए विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों का भी सहयोग लिया जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शिपिंग और अन्य कारणों से इनके पहुंचने में विलंब नहीं हो. गहलोत ने निर्देश दिए कि अधिकारी जामनगर और भिवाड़ी से मिल रही ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति को जल्द-से-जल्द अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए संबंधित कंपनियों के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय बनाए रखें, ताकि जामनगर सहित अन्य दूरस्थ स्थानों से ऑक्सीजन का शीघ्र उठाव भी संभव हो सके.

पढ़ें : मुख्यमंत्री का प्रधानमंत्री पर कटाक्ष : हिंदुत्व की लहर के अलावा नरेंद्र मोदी की कोई उपलब्धि नहीं...बंगाल की हार इतिहास में दर्ज हुई

उन्होंने बताया कि सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर प्रदेश को ऑक्सीजन के उठाव के लिए अतिरिक्त टैंकर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि प्रदेश के बड़े शहरों में नगरीय विकास विभाग तथा यूआईटी के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. कुछ जगह तो इसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. आने वाले दिनों में संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर प्लांट स्थापित करने के लिए कार्यादेश जारी किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग आमजन को कोविड अनुशासन के प्रति जागरूक करने तथा मास्क वितरण के कार्याें में और तेजी लाएगा.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने नए ऑक्सीजन प्लांट जहां तक संभव हो, जिला अस्पतालों के आस-पास स्थापित करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से ऑक्सीजन के परिवहन में लगने वाले समय की बचत होगी तथा अस्पताल में पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकेगी और इसकी छीजत कम होगी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने आरयूएचएस में भर्ती अतिरिक्त कोविड रोगियों को एसएमएस अस्पताल में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को अधिक सरल बनाने को सुझाव दिया, ताकि मरीजों को शिफ्ट होने में आसानी रहे.

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने जानकारी दी कि केंद्रीय गृह सचिव तथा स्वास्थ्य सचिव ने केन्द्र सरकार की ओर से राजस्थान के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के संकेत दिए हैं. उन्होंने बढ़े हुए कोटे की आपूर्ति जामनगर से करने की मांग की है तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के अधिकारियों के साथ इस प्लांट से अधिक आपूर्ति देने के विषय पर चर्चा की है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के कुछ अस्पतालों में भारत सरकार की ओर से ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे, साथ ही नैवैली लिग्नाइट द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के सहयोग की पेशकश भी की गई है. कुछ जिला कलेक्टरों से ऑक्सीजन प्लांट के लिए जमीन चिन्हित करने को कहा गया है.

वीसी के दौरान बताया गया कि कुछ कंपनियों से नाइट्रोजन एवं एलएनजी के टैंकर प्राप्त हुए हैं. इनमें से दो टैंकरों का रूपान्तरण करवा कर उनसे ऑक्सीजन के उठाव का काम शुरू कर दिया गया है. शेष टैंकरों को ऑक्सीजन परिवहन के उपयुक्त बनाने के लिए इनके शुद्धिकरण की प्रक्रिया चल रही है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के पानागढ़ से भी चार अतिरिक्त टैंकर लाने के प्रयास चल रहे हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग सुबोध अग्रवाल ने बताया कि चीन और रूस से कंसंट्रेटर के आयात की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है. दुबई तथा मुबंई से भी कुछ फर्मों से कंसंट्रेटर खरीद के लिए चर्चा की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस माह के मई के अंत तक प्रदेश में लगभग 25 हजार कंसंट्रेटर उपलब्ध हो जाएंगे.

पढ़ें : उपचुनाव में जीत के बाद PCC चीफ डोटासरा को मिल सकता है कैबिनेट मंत्री का तोहफा

प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा ने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि उपकरणों की त्वरित खरीद और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रियाओं को सुगम बनाया गया है. विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के साथ-साथ चैरिटेबल संस्थाओं तथा राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे ऑक्सीजन कंसेट्रेटर की जल्द उपलब्धता और उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बताया कि महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े के दौरान पुलिस द्वारा की गई सख्ती के चलते अब शहरों में अधिकतर लोग घर से बाहर रहने पर मास्क पहन रहे हैं.

पुलिस द्वारा कई शहरों में किए गए फ्लैग मार्च से लोगों का आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है और वे महामारी की गंभीरता के प्रति सचेत हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने सोमवार को बिना वजह घर से बाहर घूमने वाले करीब 1900 लोगों को संस्थागत क्वारेंटाइन भेजा गया तथा एक ही दिन में कोविड अनुशासन दिशा-निर्देशों के उल्लंघन पर 47 हजार चालान किए गए. बैठक में प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल, नोडल अधिकारी रोहित गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने भी सुझाव दिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.