जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के बाद हर किसी की नजर है कि पिछले डेढ़ साल से इंतजार कर रहे प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ता को राजनीतिक नियुक्तियां कब तक मिलेंगी. वहीं राजनीतिक नियुक्तियों में विधायक, सांसद का चुनाव लड़ चुके नेताओं को शामिल किया जाएगा या फिर संगठन के उन कार्यकर्ताओं को जिन्होंने लगातार विपक्ष में रहते हुए मेहनत की. साथ ही सरकार बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, इस पर हर किसी की नजर है.
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री महेश शर्मा ने इसे लेकर कहा कि राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर बनाई गई कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक हो चुकी है, जिसमें राजनीतिक नियुक्तियां किसे मिले. उसे लेकर नियम कायदे बनाए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि संगठन के जितने भी जिला प्रभारी पदाधिकारी हैं, उनसे सुझाव और नाम मांग लिए गए हैं, जिन नेताओं ने पिछले पांच साल में सड़क पर उतरकर काम किया. उनको राजनीतिक नियुक्तियों में स्थान दिया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि विधायक हो या मंत्री सभी संगठन से बनते हैं. संगठन के टिकट दिए जाने पर ही विधायक और मंत्री बने हैं तो ऐसे में संगठन सर्वोपरि है. सरकार बनाने की पहली सीढ़ी संगठन होता है. ऐसे में संगठन के कार्यकर्ता, जिन्होंने पांच साल सरकार बनवाने में भूमिका निभाई है. उनका पूरा मान-सम्मान रखा जाएगा.