जयपुर. नाहरगढ़ इलाके में मुख्यमंत्री जन रसोई कार्यक्रम के समापन समारोह के दौरान मीडिया से रूबरू हुए मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि राजस्थान में सरकार गिराने के षड्यंत्र में शामिल लोगों को जनता ने देख लिया है. जो मामले दर्ज हुए उसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत वॉइस सैंपल देने से बचते रहे.
डॉ जोशी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगा है तो प्रधानमंत्री को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह से इस्तीफा लेना चाहिए. अगर वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए और जयपुर के जनप्रतिनिधि को केंद्र में मंत्री बनाना चाहिए.
डॉ जोशी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने एक रेल एक्सीडेंट के बाद इस्तीफा दे दिया था. शास्त्री से न सही तो आडवाणी से सबक ले लें, जैन डायरी कांड में नाम आने पर लाल कृष्ण आडवाणी ने पद छोड़ दिया था.
नवल किशोर शर्मा और खुद का उदाहरण दिया
जोशी ने कहा कि जयपुर के जनप्रतिनिधि को न्याय मिलना चाहिए. जयपुर का एमपी भी भाजपा का ही है. यहां के एमपी को केंद्र में मंत्री बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पिछले 11 लोकसभा चुनाव में से 9 लोकसभा चुनाव में जयपुर से जीती. जबकि कांग्रेस ने सिर्फ 2 चुनाव जयपुर से जीते. कांग्रेस से पंडित नवल किशोर शर्मा केंद्र में मंत्री बनाया था और मुझे संसदीय दल का कन्वीनर बनाया गया.
संघ पदाधिकारी पर लगे आरोपों पर ये कहा
बीवीजी कंपनी प्रतिनिधि के साथ कथित लेन-देन के वीडियो मामले में संघ प्रचारक के खिलाफ दर्ज हुए एसीबी प्रकरण में भी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने प्रतिक्रिया दी. जोशी ने कहा कि भाजपा अपने बयानों से गलत को जस्टिफाई करने की कोशिश कर रही है. गलती होती है तो कार्रवाई होनी चाहिए.
राज्यपाल पुस्तक विवाद पर यह बोले जोशी
राज्यपाल कलराज मिश्र की पुस्तक को लेकर हाल ही में उपजे मामले पर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि इस मामले की मुझे कोई जानकारी नहीं है. लेकिन अगर राज्यपाल को लेकर कोई कंट्रोवर्सी हुई है तो राज्यपाल सब बातों को स्पष्ट करेंगे, ऐसा मुझे विश्वास है.