जयपुर. नवरात्र महापर्व की अंतिम तिथि महानवमी पूजन और विजयदशमी यानि दशहरा कल मनाया जाएगा. दशहरा स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त होने के कारण शहर में अनेक जगह नए प्रतिष्ठान खुलेंगे और वाहनों की खरीद भी होगी.
ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि, दोपहर और सायंकालीन दशमी तिथि होने के चलते दशहरा 25 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा. क्योंकि पंचाग के अनुसार आज शाम 6.59 बजे से नवमी तिथि लग गई है. इसी तरह 25 अक्टूबर रविवार को सुबह 7.48 बजे तक नवमी तिथि रहेगी और फिर दशमी तिथि लग जाएगी. जो कि सोमवार सुबह 8.59 बजे तक रहेगी. हालांकि पिछले 68 साल में यह पहला मौका होगा, जब दशहरा उत्सव का सार्वजनिक आयोजन नहीं होगा.
रावण दहन का शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11.43 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक
- विजय मुहूर्त- दोपहर 2.05 बजे से दोपहर 2.52 बजे तक
- अमृतकाल मुहूर्त- शाम 6.44 बजे से रात 8.27 बजे तक
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इस बार कोरोना संक्रमण के चलते न तो रामलीला का आयोजन हो रहा है और न ही विशालकाय रावण दहन होगा. यह कोरोना संक्रमण का ही असर है कि गली-मोहल्लों में भी जलाए जाने वाले रावण की लंबाई भी घटा दी गई है. लेकिन फिर भी इस बार दशहरा जैसा माहौल बिल्कुल भी नहीं है. क्योंकि शहर में कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ते जा रहे हैं और लोग सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाने से कतरा रहे हैं.