जयपुर. राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी का सोमवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. सैनी के निधन के बाद राजस्थान भाजपा में शोक की लहर फैल गई. उसके साथ ही राजस्थान की तमाम राजनैतिक पार्टियों के नेताओं ने भी सैनी के निधन पर दुख जताया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ ही कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने भी मदनलाल सैनी के निधन पर दुख जताया है.
मदनलाल सैनी के निधन से पूरे प्रदेश के कार्यकर्ता दुखी - कटारिया
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मदनलाल सैनी के निधन पर दुख जताया है. कटारिया ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के निधन से पूरे प्रदेश के कार्यकर्ता दुखी है. मैंने उनके साथ कई सालों तक काम किया है. लंबे समय तक संघर्ष करने के बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया और फिर प्रदेश अध्यक्ष बनाया. लेकिन हमारा दुर्भाग्य था कि वो लंबे समय तक हमारा नेतृत्व नहीं कर पाए और उनका देहावसान हो गया. मैं सभी कार्यकर्ताओं की ओर से सैनी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं.
मदनलाल सैनी थे जमीन से जुड़े नेता - डोटासरा
राजस्थान सरकार में मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सैनी के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि यह पूरे राजस्थान के लिए अपूरणीय क्षति है. मदनलाल सैनी जमीन से जुड़े नेता थे और उन्होंने बताया कि लोगों के बीच रहने वाले नेता किस तरीके से आगे बढ़ते हैं. डोटासरा ने कहा कि कुछ दिन पहले मेरी उनसे मुलाकात हुई थी. उस मुलाकात में मदन लाल सैनी जी ने मुझे आशीर्वाद देते हुए कहा था कि तुम भी मेरी तरह जमीन से जुड़े नेता हो और आम लोगों के बीच रहते हो. इस आदत को मत बदलना.
मदनलाल सैनी का निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति - खाचरियावास
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मदनलाल सैनी के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि मदन लाल सैनी के निधन से राजस्थान को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. वह आम गरीब किसान के हितों की बात करते रहे. मदन लाल सैनी कभी वीआईपी कल्चर के मोहताज नहीं रहे. खाचरियावास ने कहा कि हाल ही में उन्होंने मदन लाल सैनी जी को भाजपा कार्यालय के बाहर छोड़ा था. उस समय उन्होंने कहा कि पार्टियां अपनी जगह और रिश्ते अपनी जगह है.