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Lumpy in Rajasthan: जयपुर में 44 हजार से अधिक गायें संक्रमित, 1660 की मौत...4.5 फीसदी वैक्सीनेटेड - ETV Bharat Rajasthan news

प्रदेश में लंपी वायरस तेजी से पैर पसार रहा है. संक्रमण की चपेट में आने से अब तक हजारों (Lumpy in Rajasthan) गाय की मौत हो चुकी है. साथ ही इसके रोकथाम को लेकर गायों को गोट वैक्सीन लगाई जा रही है. हालांकि केवल साढ़े 4 फीसदी गायों का ही वैक्सीनेशन अब तक हो पाया है.

Lumpy Skin Disease
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Published : Sep 11, 2022, 12:21 PM IST

Updated : Sep 11, 2022, 7:10 PM IST

जयपुर. जिले सहित प्रदेश में लंपी वायरस का कहर लगातार जारी है. प्रदेश में लंपी बीमारी से लाखों गाय संक्रमित हो चुकी हैं. वहीं हजारों की मौत हो चुकी है. जयपुर जिले की बात की जाए तो यहां 44 हजार से अधिक गायें लंपी बीमारी से संक्रमित हुई हैं और 1660 गायों की मौत हो चुकी है. लंपी के रोकथाम के लिए गायों को गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है. साथ ही अन्य गाइडलाइन भी जारी किए गए हैं.

जयपुर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तर बीरबल सिंह ने बताया कि जयपुर जिले में करीब साढ़े छह (Cases Of Lumpy in Jaipur) लाख गायों में से 30 हजार गायों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. जिले में 44 हजार 409 गाय लंपी बीमारी से संक्रमित हुई और 1660 गायों की मौत हो चुकी है. मृत गायों में 213 गायें गौशालाओं की थी और 1447 गायें गौशाला से बाहर की. इस तरह प्रशासन की ओर से मात्र साढ़े चार फीसदी गायों का ही वैक्सीनेशन किया गया है. जिला प्रशासन इस संबंध में सर्वे कर रहा है कि मृत गायों में कितनी किसानों की है और कितनी गायें पशुपालकों की हैं. बीरबल सिंह ने बताया कि संक्रमित गायों में से 10 हजार गायें रिकवर हो चुकी हैं.

प्रदेश में लंपी वायरस का कहर

मृत गायों का उचित तरीके से डिस्पोजल नहीं होने और दवाइयों की कमी के सवाल पर बीरबल सिंह ने (Deaths Due to Lumpy in Rajasthan) कहा कि दवाइयों की कोई कमी नहीं है और विधायक भी इसके लिए पैसे दे रहे हैं. ग्राम पंचायत अपने स्तर पर ही मृत गायों का डिस्पोजल कर रही है. इसके लिए उन्हें निर्देश भी दिए गए हैं. यदि इसके बावजूद भी कोई अधिकारी इस मामले में लापरवाही बरतेगा तो शिकायत आने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें. CM के गृहनगर में लंपी डिजीज का कहर, मौत जारी निस्तारण अधर में...आंकड़ों की बाजीगरी शुरू

बीरबल सिंह ने बताया कि वर्तमान में सभी गायों का वैक्सीनेशन (Vaccine For Lumpy) करने का काम चल रहा है. इसके लिए गोट पॉक्स वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है. अभी लंपी बीमारी की कोई मूल वैक्सीन प्रशासन के पास मौजूद नहीं है. पहले यह लक्षण बकरियों में पाए जाते थे. इसलिए बकरियों में मिलते जुलते इस बीमारी के लक्षण होने की वजह से गायों को बचाने के लिए बकरी की वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि ये अब तक कारगर साबित हुई है.

पशु चिकित्सक डॉ जितेंद्र राजोरिया ने बताया कि यह गोट पॉक्स वैक्सीन उन्ही गायों को लगाई जाती है, जो लंपी बीमारी से संक्रमित नहीं होती हैं. संक्रमित गायों को यह वैक्सीन नहीं लगाई जाती. राजोरिया ने बताया कि लंपी बीमारी से गायों को बचाने के लिए हरियाणा में वैक्सीन बन चुकी है. इस वैक्सीन को भारत सरकार ने अप्रूवल भी दे दिया है. जल्द ही यह वैक्सीन राजस्थान को मिलेगी, जिससे लंपी वायरस से संक्रमित गायों को लाभ मिलेगा.

पढ़ें. Lumpy Disease In Bikaner: कई गाय तड़प तड़प कर तोड़ रहीं दम, फैल रही दुर्गंध...प्रशासन ने दी ये सफाई

कांग्रेस पर आंकड़े छिपाने का आरोप: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुखिया राजनीतिक सियासत बयानबाजी करने में व्यस्त हैं और प्रदेश में हो रही गायों की मौत को नजरअंदाज करके भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं. रामलाल शर्मा ने बीकानेर जिले के कुछ आंकड़े जारी किए हैं. रामलाल शर्मा का कहना है कि सरकार चाहे कितने ही दावे करें कि राजस्थान के अंदर सिर्फ 47 हजार गायों की ही मौतें हुई हैं. लेकिन बीकानेर जिले के आंकड़े 90 हजार को क्रॉस कर रहा है. शर्मा ने दावा किया है कि यह आंकड़े यथार्थ और जमीन से जुड़े हुए हैं. सरकार आंकड़े छिपा रही है.

प्रतापगढ़ में गोशालाों तक पहुंचा लंपी: जिले में लंपी संक्रमण अब गोशालाओं में भी फैल रहा है. ऐसे में गोशाला प्रशासन के साथ ही पशुपालन विभाग में भी हड़कंप मच गया है. स्थिति को देखते हुए विभाग की ओर से संक्रमित गायों को आइसोलेट किया गया है. लेकिन गोशाला में अन्य गायों में भी संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है. वहीं विभाग के अधिकारियों ने गोशालाओं कर्मचारियों और पशुपालकों की बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. जिले में संक्रमण का आंकड़ा पांच हजार के पार हो गया है. वहीं अब तक जिले में 1193 गोवंश रिकवर हो चुके हैं और 65 की मौत हो चुकी है. साथ ही 67 हजार 754 गोवंश का टीकाकरण भी हो चुका है.

जयपुर. जिले सहित प्रदेश में लंपी वायरस का कहर लगातार जारी है. प्रदेश में लंपी बीमारी से लाखों गाय संक्रमित हो चुकी हैं. वहीं हजारों की मौत हो चुकी है. जयपुर जिले की बात की जाए तो यहां 44 हजार से अधिक गायें लंपी बीमारी से संक्रमित हुई हैं और 1660 गायों की मौत हो चुकी है. लंपी के रोकथाम के लिए गायों को गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है. साथ ही अन्य गाइडलाइन भी जारी किए गए हैं.

जयपुर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तर बीरबल सिंह ने बताया कि जयपुर जिले में करीब साढ़े छह (Cases Of Lumpy in Jaipur) लाख गायों में से 30 हजार गायों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. जिले में 44 हजार 409 गाय लंपी बीमारी से संक्रमित हुई और 1660 गायों की मौत हो चुकी है. मृत गायों में 213 गायें गौशालाओं की थी और 1447 गायें गौशाला से बाहर की. इस तरह प्रशासन की ओर से मात्र साढ़े चार फीसदी गायों का ही वैक्सीनेशन किया गया है. जिला प्रशासन इस संबंध में सर्वे कर रहा है कि मृत गायों में कितनी किसानों की है और कितनी गायें पशुपालकों की हैं. बीरबल सिंह ने बताया कि संक्रमित गायों में से 10 हजार गायें रिकवर हो चुकी हैं.

प्रदेश में लंपी वायरस का कहर

मृत गायों का उचित तरीके से डिस्पोजल नहीं होने और दवाइयों की कमी के सवाल पर बीरबल सिंह ने (Deaths Due to Lumpy in Rajasthan) कहा कि दवाइयों की कोई कमी नहीं है और विधायक भी इसके लिए पैसे दे रहे हैं. ग्राम पंचायत अपने स्तर पर ही मृत गायों का डिस्पोजल कर रही है. इसके लिए उन्हें निर्देश भी दिए गए हैं. यदि इसके बावजूद भी कोई अधिकारी इस मामले में लापरवाही बरतेगा तो शिकायत आने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें. CM के गृहनगर में लंपी डिजीज का कहर, मौत जारी निस्तारण अधर में...आंकड़ों की बाजीगरी शुरू

बीरबल सिंह ने बताया कि वर्तमान में सभी गायों का वैक्सीनेशन (Vaccine For Lumpy) करने का काम चल रहा है. इसके लिए गोट पॉक्स वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है. अभी लंपी बीमारी की कोई मूल वैक्सीन प्रशासन के पास मौजूद नहीं है. पहले यह लक्षण बकरियों में पाए जाते थे. इसलिए बकरियों में मिलते जुलते इस बीमारी के लक्षण होने की वजह से गायों को बचाने के लिए बकरी की वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि ये अब तक कारगर साबित हुई है.

पशु चिकित्सक डॉ जितेंद्र राजोरिया ने बताया कि यह गोट पॉक्स वैक्सीन उन्ही गायों को लगाई जाती है, जो लंपी बीमारी से संक्रमित नहीं होती हैं. संक्रमित गायों को यह वैक्सीन नहीं लगाई जाती. राजोरिया ने बताया कि लंपी बीमारी से गायों को बचाने के लिए हरियाणा में वैक्सीन बन चुकी है. इस वैक्सीन को भारत सरकार ने अप्रूवल भी दे दिया है. जल्द ही यह वैक्सीन राजस्थान को मिलेगी, जिससे लंपी वायरस से संक्रमित गायों को लाभ मिलेगा.

पढ़ें. Lumpy Disease In Bikaner: कई गाय तड़प तड़प कर तोड़ रहीं दम, फैल रही दुर्गंध...प्रशासन ने दी ये सफाई

कांग्रेस पर आंकड़े छिपाने का आरोप: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुखिया राजनीतिक सियासत बयानबाजी करने में व्यस्त हैं और प्रदेश में हो रही गायों की मौत को नजरअंदाज करके भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं. रामलाल शर्मा ने बीकानेर जिले के कुछ आंकड़े जारी किए हैं. रामलाल शर्मा का कहना है कि सरकार चाहे कितने ही दावे करें कि राजस्थान के अंदर सिर्फ 47 हजार गायों की ही मौतें हुई हैं. लेकिन बीकानेर जिले के आंकड़े 90 हजार को क्रॉस कर रहा है. शर्मा ने दावा किया है कि यह आंकड़े यथार्थ और जमीन से जुड़े हुए हैं. सरकार आंकड़े छिपा रही है.

प्रतापगढ़ में गोशालाों तक पहुंचा लंपी: जिले में लंपी संक्रमण अब गोशालाओं में भी फैल रहा है. ऐसे में गोशाला प्रशासन के साथ ही पशुपालन विभाग में भी हड़कंप मच गया है. स्थिति को देखते हुए विभाग की ओर से संक्रमित गायों को आइसोलेट किया गया है. लेकिन गोशाला में अन्य गायों में भी संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है. वहीं विभाग के अधिकारियों ने गोशालाओं कर्मचारियों और पशुपालकों की बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. जिले में संक्रमण का आंकड़ा पांच हजार के पार हो गया है. वहीं अब तक जिले में 1193 गोवंश रिकवर हो चुके हैं और 65 की मौत हो चुकी है. साथ ही 67 हजार 754 गोवंश का टीकाकरण भी हो चुका है.

Last Updated : Sep 11, 2022, 7:10 PM IST
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