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जयपुर : लंबे समय से फरार भूमाफिया गिरफ्तार, भूखंड देने के नाम पर करता था धोखाधड़ी

जयपुर पुलिस ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए 10 हजार रुपये के इनामी भूमाफिया को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

भूखंड देने के नाम पर धोखाधड़ी, Fraud in the name of plot
लंबे समय से फरार भूमाफिया गिरफ्तार
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Published : May 12, 2020, 12:17 AM IST

जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए लंबे समय से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी भूमाफिया को गिरफ्तार किया है. पुलिस की स्पेशल टीम ने बदमाश को उदयपुर से गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी पंकज शर्मा है. जो कि 4 साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरारी काट रहा था.

भूखंड देने के नाम पर धोखाधड़ी, Fraud in the name of plot
फरार भूमाफिया गिरफ्तार

आरोपी को पकड़ने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता के निर्देशन में डीसीपी क्राइम योगेश यादव और एडिशनल डीसीपी विमल सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. सीएसटी टीम के हेड कांस्टेबल पवन काजला को अपने विश्वस्त सूचना मिली थी कि आरोपी उदयपुर में छुपा हुआ है.

पढ़ेंः महिलाओं से उठक-बैठक लगवाने का वीडियो वायरल, डीजीपी ने दिया स्पष्टीकरण

सूचना पर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल पवन काजला और कांस्टेबल अनिल कुमार समेत पुलिस की स्पेशल टीम इनामी बदमाश की तलाश में उदयपुर भेजी गई. पुलिस की टीम ने उदयपुर में लगातार आरोपी के विभिन्न ठिकानों पर दबिश दी और इस दौरान पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए 4 साल से फरार आरोपी पंकज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट केसीएसटी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर वैशाली नगर थाना पुलिस के सुपुर्द किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी के खिलाफ जयपुर के वैशाली नगर, जालूपुरा, जवाहर नगर, विद्याधर नगर, सांगानेर, बजाज नगर, शिप्रा पथ, विश्वकर्मा, चित्रकूट, भाकरोटा, करधनी समेत अन्य कई थानों में करीब 50 मामले दर्ज हैं.

आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नर ने 15 मार्च 2019 को 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्म खोलकर वैशाली टावर में ऑफिस खोला था और एक आवासीय स्कीम के नाम से भूखंड देने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी की थी.

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इसके बाद लोगों ने जयपुर शहर के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज करवाए थे. आरोपी करीब 4 साल पहले लोगों से धोखाधड़ी करने के बाद जयपुर से फरार हो गया. पहले भीलवाड़ा और फिर उसके बाद 2 साल से उदयपुर में किराए पर परिवार सहित रह रहा था. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए लंबे समय से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी भूमाफिया को गिरफ्तार किया है. पुलिस की स्पेशल टीम ने बदमाश को उदयपुर से गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी पंकज शर्मा है. जो कि 4 साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरारी काट रहा था.

भूखंड देने के नाम पर धोखाधड़ी, Fraud in the name of plot
फरार भूमाफिया गिरफ्तार

आरोपी को पकड़ने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता के निर्देशन में डीसीपी क्राइम योगेश यादव और एडिशनल डीसीपी विमल सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. सीएसटी टीम के हेड कांस्टेबल पवन काजला को अपने विश्वस्त सूचना मिली थी कि आरोपी उदयपुर में छुपा हुआ है.

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सूचना पर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल पवन काजला और कांस्टेबल अनिल कुमार समेत पुलिस की स्पेशल टीम इनामी बदमाश की तलाश में उदयपुर भेजी गई. पुलिस की टीम ने उदयपुर में लगातार आरोपी के विभिन्न ठिकानों पर दबिश दी और इस दौरान पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए 4 साल से फरार आरोपी पंकज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट केसीएसटी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर वैशाली नगर थाना पुलिस के सुपुर्द किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी के खिलाफ जयपुर के वैशाली नगर, जालूपुरा, जवाहर नगर, विद्याधर नगर, सांगानेर, बजाज नगर, शिप्रा पथ, विश्वकर्मा, चित्रकूट, भाकरोटा, करधनी समेत अन्य कई थानों में करीब 50 मामले दर्ज हैं.

आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नर ने 15 मार्च 2019 को 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्म खोलकर वैशाली टावर में ऑफिस खोला था और एक आवासीय स्कीम के नाम से भूखंड देने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी की थी.

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इसके बाद लोगों ने जयपुर शहर के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज करवाए थे. आरोपी करीब 4 साल पहले लोगों से धोखाधड़ी करने के बाद जयपुर से फरार हो गया. पहले भीलवाड़ा और फिर उसके बाद 2 साल से उदयपुर में किराए पर परिवार सहित रह रहा था. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

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