जयपुर. राजधानी में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर अब रसद विभाग ने एक्शन दिखाना शुरू कर दिया है. गुरुवार को रसद विभाग की टीम ने शहर की थोक और खुदरा मंडियों में जांच कर व्यापारियों के स्टॉक चेक किए. हालांकि कहीं भी प्याज निर्धारित स्टॉक से ज्यादा स्टॉक नहीं मिला. ऐसे में रसद विभाग की टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा.
लेकिन प्याज की दरें विभाग की टीम को 80 से 100 रुपए तक मिली. वहीं प्याज की ज्यादा रेट को लेकर अधिकारियों का कहना है कि ज्यादा स्टॉक रखने पर कार्रवाई की जा सकती है, ज्यादा रेट में प्याज बेचने पर कार्रवाई का प्रावधान नहीं है.
जिला प्रशासन की ओर से डीएसओ प्रथम कनिष्क सैनी के नेतृत्व में टीम जयपुर शहर की अलग-अलग मंडियों में पहुंची. मुहाना में थोक व्यापरियों के यहां तय सीमा के मुताबिक प्याज मिले.
डीएसओ कनिष्क सैनी ने बताया कि थोक विक्रेता 250 क्विंटल और रिटेलर 20 क्विंटल प्याज रख सकता है. वहीं जयपुर फल सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि प्याज के थोक भाव में धीरे-धीरे कमी आ रही है. झालावाड़ सहित अन्य जगहों से माल मंडी में पहुंच रहा है. थोक के बजाय जिला प्रशासन को फुटकर व्यापारियों पर सख्ती दिखानी चाहिए, ताकि लोगों से मनमाने दाम न वसूले.
जयपुर मुहाना आलू प्याज संघ के अध्यक्ष शिवशंकर शर्मा ने बताया कि दिसंबर के अंत तक गुजरात और नासिक से प्याज आना शुरू होंगे. इसके बाद जोधपुर, शेखावाटी सहित आसपास की जगहों से प्याज की फसल तैयार हो जाएगी. फिलहाल झालावाड़, नीमच से प्याज आ रहा है. मंडी में 225 टन के आसपास प्याज आ रहा है. पहले से अब मांग भी कम हुई है.