जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल में हाल ही में 38वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट किया गया था. वह लिवर ट्रांसप्लांट असफल रहा और शुक्रवार देर रात लीवर रिसिपिएंट की अस्पताल में मौत हो गई.
चिकित्सकों का कहना है कि लिवर रिसिपिएंट में इंजेक्शन और फिर ह्रदय से जुड़ी समस्या देखने को मिली. जिसके बाद शुक्रवार देर रात उसकी मौत अस्पताल में हो गई. दरअसल जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कोरोना महामारी के बीच 38वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ था और टोंक निवासी 15 वर्षीय अंकित के ब्रेन डेड होने के बाद उसका हार्ट एक निजी अस्पताल में भेजा गया था. लीवर और दोनों किडनी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में ट्रांसप्लांट किए गए थे. इसके तहत 12 नवंबर को किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट हुए. ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट तो सफल रहा लेकिन लिवर रिसिपिएंट की हालत धीरे-धीरे खराब होने लगी और शुक्रवार देर रात मरीज ने दम तोड़ दिया.
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चिकित्सकों का कहना है कि लिवर ट्रांसप्लांट सफल हुआ था लेकिन 18 नवंबर के बाद लीवर रिसिपिएंट की हालत धीरे-धीरे खराब होने लगी. जांच में सामने आया कि मरीज में इंफेक्शन और हार्ट संबंधी बीमारी देखने को मिली और चिकित्सकों ने मरीज को बचाने का काफी प्रयास किया. आखिरकार मरीज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.