जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मस्जिद के बाहर मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए और नारेबाजी करते हुए सरकार से 10 नवंबर को शराब की दुकाने बंद करने की मांग की.
इस दौरान मुस्लिम समाज ने कहा कि इस पवित्र दिन के मौके पर अजीम शख्सियत का जन्मदिन होता है. इसलिए शराब की तमाम दुकानें प्रदेश भर में बंद की जाए. यहां पर मुस्लिम समाज के लोगों के साथ-साथ मस्जिद के इमाम और नेता भी मौजूद थे.
बता दें कि राजस्थान में ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार अकीदत, एहतराम और धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दौरान मुस्लिम समाज के लोग अपने साथ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी लेकर पहुंचे. जो अपने आप में अलग ही नजारा पेश कर रहा था.
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मस्जिद अहंगरान के इमाम गुलाम मोईनुद्दीन कादरी ने बताया कि पैगंबर हुजूर नबी करीम सल्लल्लाहो सल्लम ने उस दौर में नशे से दूर रहने और खासतौर पर शराब नहीं पीने पर जोर दिया था. इतना ही नहीं नबी ने शराब को हराम बताया है. इसलिए हमें शराब नहीं पीनी चाहिए और हम इस खास दिन के मौके पर सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि प्रदेश भर में इस दिन शराब की दुकानें बंद रहे और जो कोई भी शराब की दुकान खोलता है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.