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वकील को प्राइवेट गाड़ी में थाने ले जाने पर वकीलों का हंगामा, चेतावनी देने पर सवा घंटे बाद छोड़ा

शुक्रवार को जयपुर कलेक्ट्रेट परिसर से एक वकील को सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मियों के प्राइवेट गाड़ी में मानसरोवर थाने ले जाने पर वकीलों ने हंगामा (Ruckus of lawyers in Jaipur Collectorate) किया. वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने वकील का अपहरण किया. इसके खिलाफ वकीलों ने रास्ता जाम करने की चेतावनी दी. इसके बाद वकील को डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर लाया गया. वकीलों की ओर से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है.

Lawyers protest in Jaipur  Collectorate after police taken a advocate in private vehicle
वकील को प्राइवेट गाड़ी में थाने ले जाने पर वकीलों का हंगामा, चेतावनी देने पर सवा घंटे बाद छोड़ा
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Published : Aug 5, 2022, 5:31 PM IST

Updated : Aug 6, 2022, 12:34 AM IST

जयपुर. जयपुर कलेक्ट्रेट परिसर से एक वकील को सिविल ड्रेस में आई पुलिस निजी गाड़ी में मानसरोवर थाने ले (Police took lawyer in private vehicle) गई. इससे हंगामा हो गया. इसके बाद वकीलों ने सिविल ड्रेस में आए एक पुलिसकर्मी को घेर लिया. वकील का अपहरण का आरोप लगाते हुए वकीलों ने कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी (Lawyers protest in Jaipur) की. जब वकीलों ने रास्ता जाम करने की चेतावनी दी, तो पुलिस वकील को वापस लेकर लौटी.

दरअसल वकील मनीष गुप्ता शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में नोटरी का काम कर रहे थे. इस दौरान सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी उन्हें किसी काम का बहाना लेकर कलेक्टर के गेट नंबर 1 पर पहुंचे और उन्हें गाड़ी में डालकर ले गए. वकील मनीष गुप्ता ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उनको डांट कर चुप करा दिया. जब पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी वकील का मोबाइल लेने आया, तो वकीलों ने पुलिसकर्मी को घेर लिया और उसे जाने नहीं दिया. वकील को इस तरह ले जाने पर गुस्साए वकीलों ने गेट नंबर 1 के बाहर 10 मिनट तक रास्ता भी जाम कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर सिंधी कैंप, सदर और बनीपार्क पार्क थाने का जाप्ता मौके पर पहुंचा.

वकीलों ने क्यों किया हंगामा, क्या बोले बार एसोसिएशन के अध्यक्ष... देखें

पढ़ें: एकल खिड़की पर वकीलों का हंगामा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर की मौजूदगी में की तोड़फोड़ और मारपीट

इस तरह से वकील को ले जाने पर वकीलों ने पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को खरी खोटी सुनाई और नाराजगी जताई. हालांकि पुलिस ने समझाइश कर उन्हें शांत करा दिया. वकीलों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए और जमकर कलेक्टर परिसर में उनके खिलाफ नारे लगाए. पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर लाया गया. साथ में पुलिस के आला अधिकारी भी थे. वकीलों ने पुलिस को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही वकील मनीष गुप्ता को बिना गिरफ्तारी दिखाए जल्द वापस नहीं लाया गया, तो सभी वकील रास्ता जाम कर देंगे. वकीलों ने आरोप लगाया कि गुंडों की तरह पुलिस वकील का अपहरण लेकर गई. इस तरह की घटना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

पढ़ें: अजमेरः निजी अस्पताल में वकीलों का हंगामा, डेथ सर्टिफिकेट नहीं जारी करने का मामला

वकील मनीष गुप्ता ने बताया कि उन्हें काम का बहाना बनाकर प्राइवेट गाड़ी से खासा कोठी सर्किल तक ले जाया और इसके बाद पुलिस की गाड़ी में बैठाया गया. जब तक मनीष गुप्ता वापस लौटकर नहीं आए, तब तक वकीलों ने पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को नहीं जाने दिया. पुलिस के आला अधिकारी भी वहीं डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर में बैठे रहे. डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर में करीब 1 घंटे तक समझाइश का दौर चला. 1 घंटे बाद पुलिस वकील मनीष गुप्ता को लेकर वापस डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर पहुंची. काफी समझाइश के बाद वकील शांत हुए. वकील मनीष गुप्ता की ओर से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है.

पढ़ें: भरतपुर में ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई, भड़के वकीलों ने जमकर किया हंगामा

डिप्टी जुल्फीकार अली ने मौके पर मौजूद वकीलों को आश्वासन दिया कि भविष्य में कभी भी यदि किसी वकील से पूछताछ की जाएगी या उससे हिरासत में लिया जाएगा तो पहले डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन (Jaipur district bar association) को इसकी इत्तला दी जाएगी. डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष डॉक्टर सुनील शर्मा ने कहा कि किसी भी वकील को गिरफ्तार करने से पहले बार एसोसिएशन को इसकी इत्तला दी जाती है और आरोपी को भी नोटिस दिया जाता है, लेकिन पुलिसकर्मियों ने ऐसा कुछ भी नहीं (Police took lawyer without notice) किया.

जयपुर. जयपुर कलेक्ट्रेट परिसर से एक वकील को सिविल ड्रेस में आई पुलिस निजी गाड़ी में मानसरोवर थाने ले (Police took lawyer in private vehicle) गई. इससे हंगामा हो गया. इसके बाद वकीलों ने सिविल ड्रेस में आए एक पुलिसकर्मी को घेर लिया. वकील का अपहरण का आरोप लगाते हुए वकीलों ने कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी (Lawyers protest in Jaipur) की. जब वकीलों ने रास्ता जाम करने की चेतावनी दी, तो पुलिस वकील को वापस लेकर लौटी.

दरअसल वकील मनीष गुप्ता शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में नोटरी का काम कर रहे थे. इस दौरान सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी उन्हें किसी काम का बहाना लेकर कलेक्टर के गेट नंबर 1 पर पहुंचे और उन्हें गाड़ी में डालकर ले गए. वकील मनीष गुप्ता ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उनको डांट कर चुप करा दिया. जब पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी वकील का मोबाइल लेने आया, तो वकीलों ने पुलिसकर्मी को घेर लिया और उसे जाने नहीं दिया. वकील को इस तरह ले जाने पर गुस्साए वकीलों ने गेट नंबर 1 के बाहर 10 मिनट तक रास्ता भी जाम कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर सिंधी कैंप, सदर और बनीपार्क पार्क थाने का जाप्ता मौके पर पहुंचा.

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इस तरह से वकील को ले जाने पर वकीलों ने पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को खरी खोटी सुनाई और नाराजगी जताई. हालांकि पुलिस ने समझाइश कर उन्हें शांत करा दिया. वकीलों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए और जमकर कलेक्टर परिसर में उनके खिलाफ नारे लगाए. पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर लाया गया. साथ में पुलिस के आला अधिकारी भी थे. वकीलों ने पुलिस को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही वकील मनीष गुप्ता को बिना गिरफ्तारी दिखाए जल्द वापस नहीं लाया गया, तो सभी वकील रास्ता जाम कर देंगे. वकीलों ने आरोप लगाया कि गुंडों की तरह पुलिस वकील का अपहरण लेकर गई. इस तरह की घटना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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वकील मनीष गुप्ता ने बताया कि उन्हें काम का बहाना बनाकर प्राइवेट गाड़ी से खासा कोठी सर्किल तक ले जाया और इसके बाद पुलिस की गाड़ी में बैठाया गया. जब तक मनीष गुप्ता वापस लौटकर नहीं आए, तब तक वकीलों ने पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को नहीं जाने दिया. पुलिस के आला अधिकारी भी वहीं डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर में बैठे रहे. डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर में करीब 1 घंटे तक समझाइश का दौर चला. 1 घंटे बाद पुलिस वकील मनीष गुप्ता को लेकर वापस डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर पहुंची. काफी समझाइश के बाद वकील शांत हुए. वकील मनीष गुप्ता की ओर से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है.

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डिप्टी जुल्फीकार अली ने मौके पर मौजूद वकीलों को आश्वासन दिया कि भविष्य में कभी भी यदि किसी वकील से पूछताछ की जाएगी या उससे हिरासत में लिया जाएगा तो पहले डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन (Jaipur district bar association) को इसकी इत्तला दी जाएगी. डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष डॉक्टर सुनील शर्मा ने कहा कि किसी भी वकील को गिरफ्तार करने से पहले बार एसोसिएशन को इसकी इत्तला दी जाती है और आरोपी को भी नोटिस दिया जाता है, लेकिन पुलिसकर्मियों ने ऐसा कुछ भी नहीं (Police took lawyer without notice) किया.

Last Updated : Aug 6, 2022, 12:34 AM IST
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