जयपुर. प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया ने सरकार से मांग की कि द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेताओं को भी अर्जुन अवॉर्ड विजेता व एशियाड खेल विजेताओं की तरह सरकारी भूखंड और अन्य सुविधाएं मिले. पूनिया ने कहा कि भारत की संस्कृति रही है कि गुरु का पद ही बड़ा होता है और गुरु की मेहनत से ही खिलाड़ी मेडल जीत पाने में सफल होता है.
जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने कहा कि विभिन्न विभाग अपने-अपने बजट के हिसाब से योजनाएं बनाते हैं और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन भी करते हैं, लेकिन यह सवाल सीधे तौर पर वित्त विभाग से जुड़ा है. इसलिए आप इस संबंध में मुख्यमंत्री से भी बात करें. मुख्यमंत्री अन्य विभागों की संयुक्त समितियां बनाकर इसकी समीक्षा करने के लिए कहेंगे. ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि आप सरकार हैं, समीक्षा कोई और नहीं बल्कि सरकार को ही अलग-अलग विभागों को बुलाकर करनी है. इसके लिए एक नीति बनाना चाहिए, जिस पर डोटासरा ने कहा कि आपका आदेश मिल गया है, हम जरूर करेंगे.
इस दौरान सदन में मौजूद खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इसका आग्रह करेंगे. बता दें कि विधानसभा में यह मामला विधायक कृष्णा पूनिया ने उठाया. पूनिया खुद एक खिलाड़ी रही हैं और उनके पति भी कोच हैं. यही कारण है कि पूनिया ने सदन में जो ये मांग उठाई तो उसकी चर्चा भी सदस्य के बीच रही.