जयपुर. गोविंद की नगरी छोटी काशी जयपुर में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. इस दौरान घरों में गोपाल को नए पालने में विराजमान कर नवीन पोशाक धारण कराकर फूलों से सजाया जा रहा है. वहीं शाम को भजनों के साथ झूले पर झुलाया जाएगा. साथ ही मंदिरों में सज रही अलग-अलग झांकियों के भक्त ऑनलाइन दर्शन कर रहे हैं.
मध्य रात्रि 12 बजे कान्हा के अवतरण पर मंदिरों के साथ-साथ घरों से 'नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल' की जयकार गूंज उठेगी. वहीं कोरोना के चलते मंदिरों में दर्शनों के लिए भक्तों की आवाजाही नहीं है. मंदिरों में महंत, सेवक और पुजारियों के सानिध्य में संपन्न हो रहे हैं. भक्तों के लिए घर बैठे मंदिर प्रबंधन ने ऑनलाइन दर्शनों की व्यवस्था की है. जिसके तहत भक्त घर बैठे स्मार्टफोन-लेपटॉप को कान्हा की 'पालकी' समझ दर्शन कर रहे हैं.
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कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी पर्व सादगी के साथ-साथ सामाजिक दूरी का पालन कर मनाया जा रहा है. गोविंद देवजी मंदिर में मध्य रात्रि 12 बजे जैसे ही कृष्ण जन्म की घोषणा होगी, तो सर्वप्रथम 31 तोपों की हवाई गर्जनाओं के साथ सलामी दी जाएगी. इसी तरफ जगतपुरा कृष्ण बलराम मंदिर में भी वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. जहां भगवान के अभिषेक, श्रृंगार, हरिकीर्तन सहित अन्य कार्यक्रमों का भक्त ऑनलाइन घर बैठे दर्शन लाभ ले रहे हैं. वही शहर के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर, आनंद कृष्ण विहार मंदिर, लाडली जी मंदिर, चरण मंदिर, बिरला मंदिर सहित लक्ष्मीनारायण मंदिर में भी कार्यक्रम देर रात तक चलेंगे.