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Kite Flying Becomes Birds Death Trap: मकर सक्रांति पर जयपुर में 460 से अधिक पक्षी हुए घायल, 50 की मौत - मकर संक्रांति पर पतंगबाजी

राजधानी जयपुर में पतंगबाजी पक्षियों की जान पर आफत (Kite Flying Becomes Birds Death Trap) बन गई है. पतंगबाजी से पक्षी घायल हो रहे हैं. मकर सक्रांति के दिन 460 से अधिक पक्षी पतंग की डोर से घायल हुए वहीं करीब 50 पक्षियों की मौत (Birds Killing On Makar sankranti) हुई है. घायल पक्षियों के इलाज के लिए जयपुर में करीब 12 जगहों पर एनजीओ के सहयोग से पक्षी उपचार शिविर (Bird Treatment Camp In Jaipur) लगाए गए हैं.

Kite Flying Becomes Birds Death Trap
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Published : Jan 14, 2022, 10:27 PM IST

जयपुर. मकर संक्रांति पर लोग पतंगबाजी का आनंद ले रहे थे, वहीं पतंग की डोर से बेजुबान परिंदे घायल हो रहे थे. स्वयंसेवी संस्थाओ के कार्यकर्ता बेजुबानो की जिंदगी बचाने में लगे हुए हैं. जयपुर में जहां से भी पक्षी घायल होने की सूचना मिली, वही पहुंच कर घायल पक्षी को रेस्क्यू करके शिविर (Bird Treatment Camp In Jaipur) में पहुंचाया गया.

पक्षी उपचार केंद्र पर आए घायल और मृत पक्षी

रक्षा संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 133 घायल पक्षी आए, जिनमें 130 कबूतर, 1 चील, 1 आउल और एक कौआ शामिल है. इसके अलावा 16 पक्षी मृत अवस्था में आए हैं. नेचर केयर संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 47 घायल पक्षी आए हैं. अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पर 14 पक्षी घायल अवस्था में लाए गए हैं. इसके अलावा 3 पक्षियों की मौत हुई है. अशोक विहार में वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर घायल पक्षियों का इलाज कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- Makar Sankranti 2022: जयपुर में पतंगबाजी का खेल बेजुबान पक्षियों के लिए बन रहा काल, एक दिन पहले 80 पक्षी घायल

होप एंड बियोंड संस्था के पक्षी उपचार शिविर पर करीब 99 पक्षी घायल और 5 पक्षी मृत आए हैं. होप एंड बियोंड संस्था की ओर से पक्षियों के उपचार के लिए 13 जनवरी से 16 जनवरी तक निशुल्क शिविर लगाया जा रहा है. हेल्प एंड सर्व ऑर्गेनाइजेशन के शिविर में 19 पक्षी घायल और दो पक्षी मृत आए हैं. डिजास्टर असिस्टेंस एंड रेस्क्यू टीम के शिविर में करीब 52 पक्षी घायल और 6 पक्षी मृत आए हैं. सर्व समाज सेवा समिति के शिविर में 16 पक्षी घायल और 1 पक्षी मृत आया है. इको रेसक्यूअर्स फाउंडेशन के शिविर में 27 पक्षी घायल और 7 पक्षी मृत आए हैं. श्री कृष्ण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के शिविर में 17 पक्षी घायल और 3 पक्षी मृत आए हैं. वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ रिलीजन एंड नॉलेज संस्था के शिविर में 9 पक्षी घायल आए हैं.

यह भी पढ़ें- Bird Treatment Camp In Jaipur: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी पक्षियों पर भारी, वन विभाग ने लगाए 12 पक्षी उपचार शिविर

पक्षी प्रेमी पूजा बंसल के मुताबिक होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आईज संस्था की ओर से हेल्प लाइन नंबर 8239939929 जारी किया गया है. रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल के मुताबिक संस्था की ओर से घायल पक्षियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 9828500065 जारी किया गया है. वन विभाग की ओर से रेस्क्यू रेंजर के हेल्पलाइन नंबर 9414378130 और डॉक्टर अशोक तंवर के मोबाइल नंबर 9829022027 जारी किया गया है. नेचर केयर संस्था की ओर से पक्षी हेल्पलाइन नंबर 9352535425 जारी किया गया है. लोगों से अपील की गई है कि हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देकर ज्यादा ज्यादा पक्षियों की जान बचाने में सहयोग करें.

सुबह और शाम को पतंगबाजी नहीं करें

वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया कि वन विभाग का अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पूरे साल चालू रहता है. लेकिन मकर सक्रांति पर ज्यादा पक्षी घायल होते हैं, ऐसे में जयपुर शहर के विभिन्न इलाकों में पक्षी उपचार शिविर लगाए गए हैं. ज्यादातर पक्षी पंख कटे हुए आ रहे हैं. घायल पक्षियों का इलाज किया जा रहा है और भोजन पानी के इंतजाम भी किए गए हैं. पक्षियों को तेज ठंड से बचाने के लिए सेंटर पर हीटर की व्यवस्था भी की गई है. लोगों से अपील की गई है कि सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक और शाम को 5:00 बजे से 7:00 बजे तक पतंगबाजी नहीं करें.

जयपुर. मकर संक्रांति पर लोग पतंगबाजी का आनंद ले रहे थे, वहीं पतंग की डोर से बेजुबान परिंदे घायल हो रहे थे. स्वयंसेवी संस्थाओ के कार्यकर्ता बेजुबानो की जिंदगी बचाने में लगे हुए हैं. जयपुर में जहां से भी पक्षी घायल होने की सूचना मिली, वही पहुंच कर घायल पक्षी को रेस्क्यू करके शिविर (Bird Treatment Camp In Jaipur) में पहुंचाया गया.

पक्षी उपचार केंद्र पर आए घायल और मृत पक्षी

रक्षा संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 133 घायल पक्षी आए, जिनमें 130 कबूतर, 1 चील, 1 आउल और एक कौआ शामिल है. इसके अलावा 16 पक्षी मृत अवस्था में आए हैं. नेचर केयर संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 47 घायल पक्षी आए हैं. अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पर 14 पक्षी घायल अवस्था में लाए गए हैं. इसके अलावा 3 पक्षियों की मौत हुई है. अशोक विहार में वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर घायल पक्षियों का इलाज कर रहे हैं.

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होप एंड बियोंड संस्था के पक्षी उपचार शिविर पर करीब 99 पक्षी घायल और 5 पक्षी मृत आए हैं. होप एंड बियोंड संस्था की ओर से पक्षियों के उपचार के लिए 13 जनवरी से 16 जनवरी तक निशुल्क शिविर लगाया जा रहा है. हेल्प एंड सर्व ऑर्गेनाइजेशन के शिविर में 19 पक्षी घायल और दो पक्षी मृत आए हैं. डिजास्टर असिस्टेंस एंड रेस्क्यू टीम के शिविर में करीब 52 पक्षी घायल और 6 पक्षी मृत आए हैं. सर्व समाज सेवा समिति के शिविर में 16 पक्षी घायल और 1 पक्षी मृत आया है. इको रेसक्यूअर्स फाउंडेशन के शिविर में 27 पक्षी घायल और 7 पक्षी मृत आए हैं. श्री कृष्ण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के शिविर में 17 पक्षी घायल और 3 पक्षी मृत आए हैं. वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ रिलीजन एंड नॉलेज संस्था के शिविर में 9 पक्षी घायल आए हैं.

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पक्षी प्रेमी पूजा बंसल के मुताबिक होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आईज संस्था की ओर से हेल्प लाइन नंबर 8239939929 जारी किया गया है. रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल के मुताबिक संस्था की ओर से घायल पक्षियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 9828500065 जारी किया गया है. वन विभाग की ओर से रेस्क्यू रेंजर के हेल्पलाइन नंबर 9414378130 और डॉक्टर अशोक तंवर के मोबाइल नंबर 9829022027 जारी किया गया है. नेचर केयर संस्था की ओर से पक्षी हेल्पलाइन नंबर 9352535425 जारी किया गया है. लोगों से अपील की गई है कि हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देकर ज्यादा ज्यादा पक्षियों की जान बचाने में सहयोग करें.

सुबह और शाम को पतंगबाजी नहीं करें

वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया कि वन विभाग का अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पूरे साल चालू रहता है. लेकिन मकर सक्रांति पर ज्यादा पक्षी घायल होते हैं, ऐसे में जयपुर शहर के विभिन्न इलाकों में पक्षी उपचार शिविर लगाए गए हैं. ज्यादातर पक्षी पंख कटे हुए आ रहे हैं. घायल पक्षियों का इलाज किया जा रहा है और भोजन पानी के इंतजाम भी किए गए हैं. पक्षियों को तेज ठंड से बचाने के लिए सेंटर पर हीटर की व्यवस्था भी की गई है. लोगों से अपील की गई है कि सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक और शाम को 5:00 बजे से 7:00 बजे तक पतंगबाजी नहीं करें.

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