जयपुर. किरोड़ी सिंह बैंसला के निवास पर सोमवार को हुई गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक के बाद गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा गया. मीडिया से रूबरू होते हुए बैंसला ने प्रदेश में एमबीसी प्रमाण पत्र नहीं बनने, नौकरियों में समाज के आरक्षण से जुड़ा बैकलॉग नहीं भरने और फरवरी में सरकार से हुए समझौते को अब तक लागू नहीं करने सहित कई आरोप लगाए.
मेरा एक भी एसपी और कलेक्टर नहीं...
कर्नल बैंसला ने कहा कि प्रदेश में मेरे समाज का एक एसपी और कलेक्टर तक नहीं है, जबकि अन्य समाज जो आरक्षण का लाभ ले रहे हैं उनके कई अधिकारी हैं. ऐसे में हमारे समाज को आखिर न्याय कब मिलेगा. कर्नल बैंसला ने इस दौरान यह भी कहा कि समाज से जुड़े विधायक समाज के बच्चों को कलेक्टर-एसपी के रूप में नहीं, बल्कि एक मतदाता के रूप में ही देखना चाहते हैं. लेकिन वह भी अब मुगालते में ना रहें, क्योंकि समाज जागरूक हो चुका है.
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मुख्यमंत्री ने नहीं दिया समय...
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने इस दौरान यह भी कहा कि उन्होंने समाज की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से समय मांगा था, लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या कुछ अल्टीमेटम आपने दिया है तो उन्होंने कहा कि फिलहाल हम सरकार का रुख देख रहे हैं. मतलब साफ है कि अभी कर्नल बैंसला ने सरकार को गुर्जर आरक्षण का बयानों में ही ट्रेलर दिखाया है. लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर पूरी फिल्म दिखाने की बात बैंसला और उनके साथी कहते हैं.