जयपुर. हाल ही में जयपुर आईं राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम में (Draupadi Murmu Visit To Jaipur) भाजपा ने गंगापुर सिटी से कांग्रेस समर्थित विधायक और सीएम अशोक गहलोत के सलाहकार रामकेश मीणा का भी पास बना दिया. हालांकि ये पास राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ प्रदेश अध्यक्ष के नाते बनाया गया था लेकिन इसे लेकर ही भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी. किरोड़ी मीणा कार्यक्रम में सीएम सलाहकार के पास बनाए जाने से नाराज थे लेकिन उन्होंने तब विधायक रामकेश मीणा के पास को लेकर कोई जिक्र नहीं किया था (Entry Pass For Gangapur City MLA).
यह पास आदिवासी समुदाय के विशिष्ट लोगों के द्रौपदी मुर्मू अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर बनाया गया था, लेकिन रामकेश मीणा इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. बताया जा रहा है कि उनके इस संगठन से जुड़े लोग कार्यक्रम में देखे गए. भारतीय जनता पार्टी एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र मीणा ने पार्टी का रुख साफ किया है. उन्होंने बताया कि इसमें आदिवासी समाज के कई लोगों को-जिसमें समाज से जुड़े कई संगठन, एनजीओ, पूर्व सांसद विधायक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे उन्हें आमंत्रित किया गया था. इसे लेकर बिगड़े किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- जिन लोगों ने आमागढ़ किले पर भगवा झंडे उतारे और कहा कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं उन्हीं लोगों को कार्यक्रम में बुला लिया जबकि भाजपा के कार्यकर्ता बाहर खड़े रहे इसी के कारण मुझे गुस्सा आया.
क्या हुआ था?: 13 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू जयपुर आई थीं. इस दौरान भाजपा ने होटल क्लार्क आमेर में आदिवासी समाज और जनजाति समाज के विशिष्ट लोगों और प्रबुद्ध जनों से मुलाकात और अभिनंदन का कार्यक्रम भी रखा था. जिसके लिए विभिन्न संगठन समाज और प्रबुद्ध लोगों के पास बनाए गए थे जो आदिवासी समाज और जनजाति समाज से आते हैं. इस कार्यक्रम में सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी डूंगरपुर बांसवाड़ा के कुछ आदिवासी नेता और कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे लेकिन पार्टी स्तर पर उनके पास नहीं बनाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई.
इसको लेकर ही किरोड़ी मीणा और राजेंद्र राठौड़ के बीच तीखी नोकझोंक और बहस भी हो गई. हालात इतने बिगड़े की बीच बचाव के लिए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आगे आना पड़ा. बाद में दोनों ही नेताओं ने खुद को एक दूसरे का परम मित्र बताते हुए ट्विटर पर पोस्ट डाला.जिसमें किसी तरह के मतभेद से इनकार किया. इस सबके बीच अब जब घटना की परतें खुल रही हैं तो कई राज सामने आ रहे हैं, जिसमें वो एंट्री पास भी है जिसमें नाम रामकेश मीणा का है.