जयपुर. दौसा के लालसोट में महिला चिकित्सक अर्चना शर्मा के आत्महत्या करने के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है. अब भाजपा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि चिकित्सक प्राण लेता नहीं, प्राण देता है. क्योंकि वो इस धरती का देवता है. लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था के रक्षक ही अब भक्षक बन चुके हैं. मीणा ने कहा कि डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने से पहले यदि पुलिस, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की पालना करती, तो यह घटना देखनी नहीं पड़ती.
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले में ट्वीट कर (Kirodi Lal Meena tweets in Dausa Lady doctor suicide case) और बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार को तत्परता से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए. मीणा ने कहा कि चिकित्सक होने के नाते मैं चिकित्सक के दायित्व से परिचित हूं. इस परिपेक्ष में लालसोट में डॉक्टर अर्चना शर्मा के साथ हुई दुर्घटना असहनीय और अस्वीकार्य है. मीणा ने कहा कि अंधी, बहरी अशोक गहलोत सरकार से अनुरोध है कि वो दोषियों पर कार्रवाई करे.
गौरतलब है कि दौसा के लालसोट में महिला चिकित्सक डॉ अर्चना शर्मा के उपचार के दौरान एक प्रसूता ने दम तोड़ दिया था. जिसके बाद प्रसूता के परिजनों ने इस मामले में दबाव बनाकर पुलिस में चिकित्सक के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज करवाया. इससे व्यथित होकर डॉ अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी.