ETV Bharat / city

पदमुक्त कोविड हेल्थ असिस्टेंट के धरने को सांसद मीणा का समर्थन, कहा- सरकार ने बेरोजगारों का किया अपमान

जयपुर में पिछले 12 दिनों से बेरोजगार कार्मिक धरना दे रहे हैं. कोरोना कालखंड में संविदा पर अपनी सेवाएं दे रहे कोविड हेल्थ असिस्टेंट को पद मुक्त करने के खिलाफ जारी धरने को भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी अपना समर्थन (Kirodi lal Meena protest in Jaipur) दिया. इस दौरान मीणा ने गहलोत सरकार पर जमकर आरोप लगाए.

Protest in Jaipur
जयपुर में कोविड हेल्थ असिस्टेंट को पद मुक्त करने के खिलाफ धरना
author img

By

Published : Apr 12, 2022, 2:09 PM IST

जयपुर. प्रदेश में कोरोना कालखंड में संविदा पर अपनी सेवाएं दे रहे कोविड हेल्थ असिस्टेंट को पद मुक्त करने के खिलाफ जारी धरने को भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का भी समर्थन (Kirodi lal Meena protest in Jaipur) मिला है. मंगलवार को मीणा शहीद स्मारक पर चल रहे सीएचए (Covid Health Assistant) के धरने में शामिल हुए और सांकेतिक रूप से धरने पर भी बैठे. इस दौरान मीणा ने आंदोलन को व्यापक बनाने की बात भी कही और सरकार पर बेरोजगारों के अपमान का आरोप भी लगाया.

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार ने एक आदेश से प्रदेश के 28 हजार युवाओं को बेरोजगार कर दिया. ये वो कार्मिक थे जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने जीवन की परवाह नहीं करके आम इंसान के स्वास्थ्य सेवा में जुटे रहे. मीणा ने कहा कि इस आंदोलन को व्यापक रूप देने और अपना समर्थन देने के लिए मैं आज सांकेतिक रूप से धरने में बैठूंगा और जब तक इन बेरोजगारों की मांग पूरी नहीं होती तब तक मेरा समर्थन जारी रहेगा. किरोड़ी मीणा ने यह भी कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग में इन कार्मिकों की बेहद आवश्यकता है. सरकार को और मुख्यमंत्री को अपना दिल बड़ा रखते हुए इनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए और इन्हें नर्सिंग के कैडर में डालकर ही रोजगार दे देना चाहिए.

पदमुक्त कोविड हेल्थ असिस्टेंट के धरने को सांसद मीणा का समर्थन

पढ़ें-Rajasthan: 28 हजार कोविड हेल्थ एडवाइजर पदमुक्त, कई महीने का वेतन भी बकाया...भाजपा ने लगाया ये आरोप

मीणा ने धरने में दिया ये सुझाव: किरोड़ी लाल मीणा ने शहीद स्मारक पर चल रहे इस धरने को संबोधित करते हुए आंदोलन को व्यापक रूप देने की भी बात कही. मीणा ने कहा कि पिछले 12 दिनों से सरकार ने बेरोजगारों की बात नहीं सुनी और न ही कोई सुध ली. अब आगामी दिनों में अंबेडकर जयंती आने वाली है, ऐसे में हम यदि यहां से आधे लोग रैली के रूप में अंबेडकर सर्किल जाकर जयंती मनाए तो आंदोलन को एक नया रूप मिलेगा. हालांकि, धरने पर मौजूद आंदोलनकारी बेरोजगारों पर ही इसका निर्णय किरोड़ी लाल मीणा ने छोड़ दिया.

हम गांधीवादी तरीके से करेंगे आंदोलन: धरने का नेतृत्व कर रहे (Kirori lal Meena on Protest against release of Covid Health Assistant) अनशनकारी देव चौधरी ने कहा कि हम गांधीवादी तरीके से अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं और हमारा आंदोलन उग्र नहीं होगा. चौधरी ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूरी उम्मीद है कि वो हमारी पीड़ा समझ कर हमारे साथ न्याय करेंगे. उन्होंने कहा कि 12 दिन हमारे आंदोलन को हो गए हैं, हम आगे और इंतजार करेंगे ताकि सरकार भी हमारी बात सुने.

पढ़ें-धरने पर बैठे पदमुक्त सीएचए, भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने दिया समर्थन, कही ये बात...

गौरतलब है कि चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना हेल्थ सहायकों के पदों पर संविदा पर तैनात किए गए कार्मिकों को गत 31 मार्च को पद मुक्त करने का आदेश निकाला था. इस पद पर करीब 28 हजार कार्मिक संविदा पर तैनात थे. अब बेरोजगार कार्मिक जयपुर में अपना धरना दे रहे हैं और बीजेपी के कई नेताओं ने इसे अपना समर्थन भी दिया है.

जयपुर. प्रदेश में कोरोना कालखंड में संविदा पर अपनी सेवाएं दे रहे कोविड हेल्थ असिस्टेंट को पद मुक्त करने के खिलाफ जारी धरने को भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का भी समर्थन (Kirodi lal Meena protest in Jaipur) मिला है. मंगलवार को मीणा शहीद स्मारक पर चल रहे सीएचए (Covid Health Assistant) के धरने में शामिल हुए और सांकेतिक रूप से धरने पर भी बैठे. इस दौरान मीणा ने आंदोलन को व्यापक बनाने की बात भी कही और सरकार पर बेरोजगारों के अपमान का आरोप भी लगाया.

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार ने एक आदेश से प्रदेश के 28 हजार युवाओं को बेरोजगार कर दिया. ये वो कार्मिक थे जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने जीवन की परवाह नहीं करके आम इंसान के स्वास्थ्य सेवा में जुटे रहे. मीणा ने कहा कि इस आंदोलन को व्यापक रूप देने और अपना समर्थन देने के लिए मैं आज सांकेतिक रूप से धरने में बैठूंगा और जब तक इन बेरोजगारों की मांग पूरी नहीं होती तब तक मेरा समर्थन जारी रहेगा. किरोड़ी मीणा ने यह भी कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग में इन कार्मिकों की बेहद आवश्यकता है. सरकार को और मुख्यमंत्री को अपना दिल बड़ा रखते हुए इनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए और इन्हें नर्सिंग के कैडर में डालकर ही रोजगार दे देना चाहिए.

पदमुक्त कोविड हेल्थ असिस्टेंट के धरने को सांसद मीणा का समर्थन

पढ़ें-Rajasthan: 28 हजार कोविड हेल्थ एडवाइजर पदमुक्त, कई महीने का वेतन भी बकाया...भाजपा ने लगाया ये आरोप

मीणा ने धरने में दिया ये सुझाव: किरोड़ी लाल मीणा ने शहीद स्मारक पर चल रहे इस धरने को संबोधित करते हुए आंदोलन को व्यापक रूप देने की भी बात कही. मीणा ने कहा कि पिछले 12 दिनों से सरकार ने बेरोजगारों की बात नहीं सुनी और न ही कोई सुध ली. अब आगामी दिनों में अंबेडकर जयंती आने वाली है, ऐसे में हम यदि यहां से आधे लोग रैली के रूप में अंबेडकर सर्किल जाकर जयंती मनाए तो आंदोलन को एक नया रूप मिलेगा. हालांकि, धरने पर मौजूद आंदोलनकारी बेरोजगारों पर ही इसका निर्णय किरोड़ी लाल मीणा ने छोड़ दिया.

हम गांधीवादी तरीके से करेंगे आंदोलन: धरने का नेतृत्व कर रहे (Kirori lal Meena on Protest against release of Covid Health Assistant) अनशनकारी देव चौधरी ने कहा कि हम गांधीवादी तरीके से अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं और हमारा आंदोलन उग्र नहीं होगा. चौधरी ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूरी उम्मीद है कि वो हमारी पीड़ा समझ कर हमारे साथ न्याय करेंगे. उन्होंने कहा कि 12 दिन हमारे आंदोलन को हो गए हैं, हम आगे और इंतजार करेंगे ताकि सरकार भी हमारी बात सुने.

पढ़ें-धरने पर बैठे पदमुक्त सीएचए, भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने दिया समर्थन, कही ये बात...

गौरतलब है कि चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना हेल्थ सहायकों के पदों पर संविदा पर तैनात किए गए कार्मिकों को गत 31 मार्च को पद मुक्त करने का आदेश निकाला था. इस पद पर करीब 28 हजार कार्मिक संविदा पर तैनात थे. अब बेरोजगार कार्मिक जयपुर में अपना धरना दे रहे हैं और बीजेपी के कई नेताओं ने इसे अपना समर्थन भी दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.