जयपुर. विधायकी जाने के डेढ़ साल बाद आखिरकार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को चिकित्सालय मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास को खाली करना ही पड़ रहा है. लगातार मिल रहे सरकारी नोटिसों के बाद आखिरकार मीणा ने सरकारी निवास खाली करने की कवायद शुरू कर दी है. शुक्रवार सुबह जयपुर स्थित सरकारी आवास से सामान खाली किए जाने का सिलसिला शुरू हो गया.
वहीं, ऐसा माना जा रहा है कि आगामी 2 से 3 दिन में यह सरकारी आवास पूरी तरह खाली कर सरकार को सौंप दिया जाएगा. हालांकि, जयपुर के मानसरोवर में सांसद किरोड़ी लाल मीणा का खुद का आवास भी है, लेकिन वहां उनके रिश्तेदार रह रहे हैं. इसलिए अब मीणा कोई किराए का बंगला लेकर ही जयपुर में रुकने का इंतजाम करेंगे. उनसे जब इस बारे में बात की तो उनका कहना था कि काफी लंबा समय हो गया था और इस तरह रुकना अच्छा भी नहीं लगता.
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अब राजवी की बारी...
अब भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी के सिविल लाइंस स्थित सरकारी बंगले को खाली किए जाने का इंतजार है. क्योंकि प्रदेश सरकार की ओर से विधायक राजवी को भी मंत्रियों को आवंटित होने वाला यह बंगला खाली करने को लेकर पूर्व में कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं.
नरपत सिंह राजवी जिस बंगले में फिलहाल रह रहे हैं, वो सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी को कई महीने पहले आवंटित कर दिया गया था. लेकिन राजवी की ओर से बंगला खाली नहीं किए जाने के चलते डॉ. महेश जोशी उसमें नहीं जा पाए. वहीं, राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा सरकारी आवास खाली कर रहे हैं तो उम्मीद है कि राजवी को भी भैरो सिंह शेखावत के लिए आवंटन खाली करना ही पड़ेगा.
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विधायक या मंत्री को मिलता है बंगला और सरकारी आवास...
प्रदेश में सरकार के मंत्रियों को बंगला आवंटित किया जाता है. वहीं, विधायकों को सरकारी आवास मुहैया कराया जाता है. नरपत सिंह राजवी फिलहाल भाजपा के विधायक है लेकिन जिस बंगले में वह रह रहे हैं, वो मंत्रियों को आवंटित होने वाला बंगला है.
इसी तरह डॉ. किरोड़ी लाल मीणा चिकित्सालय मार्ग स्थित जिस बंगले में वर्षों से रह रहे हैं, वो भी उन्हें पत्नी गोलमा के विधायक रहते हुए आवंटित किया गया था. खुद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा पूर्व विधायक है, पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी जीत नहीं हो पाई. जिसके बाद भाजपा ने मीणा को राज्यसभा भेज दिया. ऐसे में नियमानुसार जयपुर में सरकारी बंगला उन्हें आवंटित नहीं हो सकता. लिहाजा उन्हें ये बंगला खाली करना पड़ रहा है.