जयपुर. दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे भले ही भाजपा के पक्ष में ज्यादा खास न आए हों. लेकिन खींवसर में बीजेपी सहयोगी आरएलपी की जीत भाजपा नेताओं के लिए थोड़ी राहत देने वाली है. खींवसर उपचुनाव में भाजपा के प्रभारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का बयान इसी ओर इशारा कर रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में चतुर्वेदी ने कहा कि खींवसर सीट तो हमारे सहयोगी आरएलपी और हम जीत गए. लेकिन जीत की खुशी के साथ मंडावा में हार की पीड़ा भी है. अगर हम दोनों सीटें जीत जाते तो प्रदेश में भाजपा का बड़ा संदेश जाता.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि इस उपचुनाव में प्रदेश की गहलोत सरकार ने सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया और सारी सरकारी संसाधन उपचुनाव में झोंक डाली, ताकि कांग्रेस को जीत मिल सके. हालांकि खींवसर सीट पर जनता ने कांग्रेस के सपने पूरे नहीं होने दिए, जिसके लिए वहां की तमाम जनता और भाजपा के कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई है. चतुर्वेदी ने कहा कि मंडावा में भी केवल भाजपा एक बार ही जीती और यह सीट हमेशा से कांग्रेस के प्रभाव में ही रही. चतुर्वेदी का कहना है कि आगामी चुनाव में भाजपा पूरी कोशिश करेगी कि मंडावा क्षेत्र की जनता का दिल जीत सके.
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चतुर्वेदी ने आगामी निकाय चुनाव में भाजपा की जीत का दावा किया. चतुर्वेदी के अनुसार मौजूदा गहलोत सरकार के मन में अपनी प्रस्तावित हार को लेकर डर समाया हुआ है. यही कारण है कि निकाय चुनाव में बार-बार परिवर्तन के फैसले लिए जा रहे हैं. साथ ही चतुर्वेदी ने कहा कि खुद कांग्रेस के भीतर इन बदलावों को लेकर अंत:कलह है और पार्टी से जुड़े शीर्ष नेता इन बदलावों को बदलने को भी कह रहे हैं.