जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच अब जयपुर जेल और केंद्रीय कारागार को भी इस वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है. जयपुर जेल में हुए कोरोना विस्फोट पर पूर्व गृह और कारागार मंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं. कटारिया ने कहा यह घटना हम सबके लिए सबक है कि अब बिना स्क्रीनिंग और जांच रिपोर्ट आए जेल में किसी को एंट्री नहीं दी जाए.
रविवार को एक बयान जारी कर कटारिया ने कहा कि जेल में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होना बहुत मुश्किल है. लेकिन अब हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा बिना जांच और रिपोर्ट आए नए कैदी को प्रवेश ना मिले. कटारिया ने कहा कि जेल में सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं सीमित है, ऐसे में जयपुर जेल और केंद्रीय कारागार में कैदियों को समुचित इलाज मिल पाए इसके लिए बाहर से मेडिकल यूनिट यहां तैनात की जाए.
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कटारिया ने कहा, सभी कैदियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है और भविष्य में हमारे जैन सुरक्षित रहे इसका भी ध्यान रखना होगा. कटारिया के अनुसार जयपुर जेल में यदि स्वास्थ्य से जुड़े सभी पहलुओं को फॉलो करने के लिए पूरे इंतजाम नहीं है तो फिर कैदियों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए अन्यथा वहां ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होते वे रोगी मरीजों को अलग और स्वस्थ मरीजों को अलग रखा जाना चाहिए.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि परिसर के भीतर ही उन्हें समुचित उपचार देकर वापस स्वस्थ किया जाना चाहिए. कटारिया के अनुसार जेल में कोरोना बड़ा गंभीर विषय है क्योंकि यह दर्शाता है कि कहीं ना कहीं कोई चूक जरूर हुई है और भविष्य में इस प्रकार की चूक को सुधारना बेहद जरूरी है.