जयपुर. भाजपा के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लव जिहाद के बारे में भाजपा के खिलाफ दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. साथ ही यह भी कहा कि पहचान छुपाकर प्रेम जाल में फंसा कर धोखे से विवाह करना और युवती पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना व्यक्तिगत स्वतंत्रता नहीं बल्कि सोची समझी साजिश और अपराधिक कृत्य है.
कालीचरण सराफ ने एक बयान जारी कर कहा कि अपनी सांप्रदायिक सोच और वोट बैंक की राजनीति के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का लव जिहाद के समर्थन में ऐसा बयान देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. सराफ ने कहा कि इस्लामिक आतंकवाद की तरह ही लव जिहाद भी भारतीय संस्कृति को नष्ट करने वाला एक सुनियोजित एजेंडा है. जिसे रोका जाना बेहद आवश्यक है. सराफ ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का यह कहना कि यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का विषय है लेकिन उस युवती की स्वतंत्रता का क्या जिसे धोखे से प्यार के जाल में फंसा कर विवाह के बाद जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता है और इंकार करने पर ब्लैकमेल भी किया जाता है. साथ ही अनैतिक धंधे में धकेलने की कोशिश भी होती है.
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कालीचरण सराफ ने अपने बयान में कहा यदि प्रेम है तो युवकों को नाम बदलकर अपनी पहचान छुपाने और युवती पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने की क्या जरूरत है. राज्य के मुख्यमंत्री का लव जिहाद के समर्थन या बचाओ में बयान देना सर्वथा अनुचित और अफसोसजनक है. कालीचरण सराफ ने लव जेहाद को भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करने का षड्यंत्र करार देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की कि मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति को त्यागकर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी सरकार कठोर कानून बनाए जिससे पीड़ित को न्याय मिल सके और भविष्य में लव जिहाद को रोका जा सके.