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MBBS डिग्री धारियों को सीधी भर्ती दे सरकार : कालीचरण सराफ - MBBS degree holders

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच पूर्व चिकित्सा मंत्री व भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश सरकार से मांग की कि राजस्थान में सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे सभी एमबीबीएस डिग्री धारियों को सीधी भर्ती दी जाए. साथ ही वैश्विक महामारी से लड़ाई बहुत लंबी है, इसलिए तैयारी भी एडवांस में होनी चाहिए.

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MBBS डिग्री धारियों के लिए कालीचरण का बयान
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Published : Apr 15, 2020, 9:15 AM IST

Updated : Apr 15, 2020, 9:44 AM IST

जयपुर. प्रदेश में 1 लाख क्वॉरेंटाइन बेड तैयार कर लिए गए हैं, लेकिन 30 प्रतिशत चिकित्सक स्टॉफ की कमी है. ऐसे में इस संकट से निपटने के लिए प्रदेश के मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेज से डिग्री प्राप्त करने वाले सभी एमबीबीएस डॉक्टर्स की सेवाएं ली जाना चाहिए.

सराफ ने कहा कि इसके विपरीत राज्य सरकार ने हाल ही में चिकित्सा अधिकारी भर्ती परीक्षा आयोजित की, जिसमें बैठे करीब 3500 अभ्यर्थियों में से सिर्फ 735 को ही नियुक्ति जारी की गई थी. शेष आवश्यकता की पूर्ति के लिए इनसे कम अनुभवी मेडिकल कॉलेज के इंटर्न्स को सेवा देने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिससे प्रदेश के डिग्री धारी डॉक्टर्स भी निराश हैं.

यह भी पढ़ेंः CM गहलोत ने कोरोना संक्रमण को लेकर की समीक्षा बैठक, युद्ध स्तर पर काम के दिए निर्देश

कालीचरण सराफ के अनुसार कोरोना जैसी महामारी से चल रही जंग में राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक कुछ दूरदर्शी और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है. उनके अनुसार कोरोना वायरस से जंग जीतने के संकल्प को मजबूती देने के लिए हमारे प्रयास और तैयारियों में कोई कमी न रहे.

इसलिए उनकी मांग है कि संकट के समय प्रदेश और मानवता की सेवा को तैयार इन एमबीबीएस डिग्री धारी डॉक्टरों को जो भर्ती परीक्षा में बैठे थे. उन सभी 3500 अभ्यर्थियों और डिग्रीधारी नर्सिंग कर्मियों को सीधी नियुक्ति दी जाए. इससे इस महामारी को नियंत्रित करने में यह कोरोना वॉरियर्स पूरी लगन से काम कर सकें.

जयपुर. प्रदेश में 1 लाख क्वॉरेंटाइन बेड तैयार कर लिए गए हैं, लेकिन 30 प्रतिशत चिकित्सक स्टॉफ की कमी है. ऐसे में इस संकट से निपटने के लिए प्रदेश के मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेज से डिग्री प्राप्त करने वाले सभी एमबीबीएस डॉक्टर्स की सेवाएं ली जाना चाहिए.

सराफ ने कहा कि इसके विपरीत राज्य सरकार ने हाल ही में चिकित्सा अधिकारी भर्ती परीक्षा आयोजित की, जिसमें बैठे करीब 3500 अभ्यर्थियों में से सिर्फ 735 को ही नियुक्ति जारी की गई थी. शेष आवश्यकता की पूर्ति के लिए इनसे कम अनुभवी मेडिकल कॉलेज के इंटर्न्स को सेवा देने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिससे प्रदेश के डिग्री धारी डॉक्टर्स भी निराश हैं.

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कालीचरण सराफ के अनुसार कोरोना जैसी महामारी से चल रही जंग में राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक कुछ दूरदर्शी और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है. उनके अनुसार कोरोना वायरस से जंग जीतने के संकल्प को मजबूती देने के लिए हमारे प्रयास और तैयारियों में कोई कमी न रहे.

इसलिए उनकी मांग है कि संकट के समय प्रदेश और मानवता की सेवा को तैयार इन एमबीबीएस डिग्री धारी डॉक्टरों को जो भर्ती परीक्षा में बैठे थे. उन सभी 3500 अभ्यर्थियों और डिग्रीधारी नर्सिंग कर्मियों को सीधी नियुक्ति दी जाए. इससे इस महामारी को नियंत्रित करने में यह कोरोना वॉरियर्स पूरी लगन से काम कर सकें.

Last Updated : Apr 15, 2020, 9:44 AM IST
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