जयपुर. प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच राजनेताओं ने अपनी सियासत चमकाने के लिए बयानों की झड़ी लगा रखी है. गुरुवार को भाजपा विधायक कालीचरण सराफ और वासुदेव देवनानी ने बयान जारी कर प्रदेश सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी. सराफ ने जहां राजस्थान सरकार को कोरोना रोकथाम प्रबंधन में विफल बताते हुए जीवन रक्षक दवाइयों की कालाबाजारी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की, तो वहीं देवनानी ने टूलकिट मामले में कांग्रेस नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए.
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सराफ ने एक बयान जारी कर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश में बढ़ते संक्रमण के बीच जीवन रक्षक ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार सामान्य धाराओं की बजाय ऐसे मुनाफाखोरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की गंभीर धाराओं में केस दर्ज करें. इनके खिलाफ रासुका लगाकर सम्पति जब्त की जाए, ताकि कालाबाजारियों पर अंकुश लग सके.
सराफ ने विधायक कोष से स्वीकृत की राशि
विधायक कालीचरण सराफ ने संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महेश नगर में 10-15 लीटर क्षमता के 2 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 5 ओमजोन नेबुलाइजर मशीन, ऑक्सीजन सिलेण्डर के लिए 3 फ्लोमीटर, 3 ऑक्सीजन सिलेण्डर(डी-टाइप) व 2 मल्टीपेरा मॉनिटर आदि उपकरण खरीदने के लिए 3.60 लाख रुपए की राशि विधायक कोष से जारी कर आरएमसीएल को कार्यकारी एजेंसी बनाने और वित्तीय स्वीकृति के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है.
टूलकिट से कांग्रेस की देशद्रोही नीति उजागर: देवनानी
पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के टूलकिट को घटिया और ओच्छी मानसिकता बताते हुए कहा है कि इससे उसकी भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश की संस्कृति को बदनाम करने की नीति उजागर हो गई है. इस टूलकिट से कांग्रेस का देशद्रोही चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है. ऐसी पार्टी को देश में राजनीति करने का कोई हक नहीं है. कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.