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दवा के लिए घंटों महामारी के बीच रहने को मजबूर पेंशनर्स: कालीचरण सराफ

भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने गहलोत सरकार पर पेंशनर्स की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दवा के लिए कोरोना महामारी के बीच पेंशनर्स घंटों रहने को मजबूर हैं.

Kalicharan Saraf,  Rajasthan BJP News
भाजपा विधायक कालीचरण सराफ
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Published : May 7, 2021, 11:02 PM IST

जयपुर. पूर्व मंत्री और विधायक कालीचरण सराफ ने पेंशनर्स की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि लचर सिस्टम और राज्य सरकार की बेरुखी के कारण बुजुर्ग पेंशनर्स दवा के लिए सहकारी दुकानों पर घंटों भूखे-प्यासे कोरोना महामारी के बीच रहने को मजबूर हैं. सराफ ने कहा कि पेंशनर्स डायरी लेकर सुबह जल्दी ही सहकारी दुकानों पर पहुंचते हैं तो खाने का टिफिन भी साथ में लाते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि पूरी दवा लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ेगा.

पढ़ें- ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीद के संबंध में केंद्र सरकार पेश करे शपथ पत्र: हाईकोर्ट

महामारी के डर से चिंताग्रस्त परिजन बार-बार फोन करके हालचाल पूछते रहते हैं. भीषण गर्मी के बीच बुजुर्ग पेंशनर्स के लिए सहकारी दुकानों पर पीने के पानी की और छाया की कोई व्यवस्था नहीं है, ऐसे में तबियत बिगड़ने का खतरा भी बना रहता है. कई बार तो दिनभर इंतजार करने के बाद भी दवाएं नहीं मिलती और उन्हें मजबूरन बाजार से खरीदनी पड़ती है. उम्र के आखिरी पड़ाव पर पेंशनर्स सरकारी उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सिलसिला पिछले दो-तीन महीनों से चल रहा है, लेकिन राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है.

सराफ ने कहा कि कोविड गाइडलाइन जारी करते हुए सरकार कहती है कि कोरोना से बचना है तो घर में ही रहें लेकिन जीवन रक्षक दवाएं लेने लिए उम्रदराज पेंशनर्स को दिनभर कोरोना के बीच ही रहना पड़ता है. सब कुछ सहकारिता विभाग के अधिकारियों की जानकारी में है, लेकिन कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. सराफ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए बुजुर्ग पेंशनर्स के लिए घरों पर ही दवा उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जानी चाहिए.

वैक्सीनेशन अभियान अव्यवस्थाओं का शिकार

वहीं, कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर में वैक्सीनेशन व्यवस्था गड़बड़ा चुकी है और लोगों को टीका लगवाने के लिए शहर में दूर तक भटकना पड़ रहा है. सराफ ने कहा कि पूर्व मालवीय नगर के सेक्टर 3 एवं 6 स्थित सरकारी डिस्पेंसरी में 45+ उम्र के लोंगों का टीकाकरण किया जा रहा था, लेकिन 18 से 44 वर्ष के लोंगों का टीकाकरण शुरू होने के बाद वहां 45+ के लोगों को टीका लगाने से मना कर दिया गया है. ऐसे में जिन लोगों ने पहली डोज वहां लगवाई है और उनको दूसरी डोज लगनी है अथवा इस उम्र के जिन लोगों को पहली डोज लगवानी है वे कहां जाएं?

सराफ ने बताया कि जानकारी मिलने पर चिकित्सा विभाग के प्रधान सचिव अखिल अरोड़ा से फोन पर बात करते हुए कहा कि कोरोना के कारण शहर में मूवमेंट प्रतिबंधित है. ऐसे में लोग टीका लगवाने के लिए शहर में भटकेंगे तो संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाएगा, इसलिए मालवीय नगर की जनता के हित में सेक्टर 3 एवं 6 में पहले की तरह ही 45+ आयु के लोगों को टीकाकरण की व्यवस्था करें. उन्होंने आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई इंतजाम नहीं हुआ और लोग भटकने को मजबूर हैं.

जयपुर. पूर्व मंत्री और विधायक कालीचरण सराफ ने पेंशनर्स की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि लचर सिस्टम और राज्य सरकार की बेरुखी के कारण बुजुर्ग पेंशनर्स दवा के लिए सहकारी दुकानों पर घंटों भूखे-प्यासे कोरोना महामारी के बीच रहने को मजबूर हैं. सराफ ने कहा कि पेंशनर्स डायरी लेकर सुबह जल्दी ही सहकारी दुकानों पर पहुंचते हैं तो खाने का टिफिन भी साथ में लाते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि पूरी दवा लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ेगा.

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महामारी के डर से चिंताग्रस्त परिजन बार-बार फोन करके हालचाल पूछते रहते हैं. भीषण गर्मी के बीच बुजुर्ग पेंशनर्स के लिए सहकारी दुकानों पर पीने के पानी की और छाया की कोई व्यवस्था नहीं है, ऐसे में तबियत बिगड़ने का खतरा भी बना रहता है. कई बार तो दिनभर इंतजार करने के बाद भी दवाएं नहीं मिलती और उन्हें मजबूरन बाजार से खरीदनी पड़ती है. उम्र के आखिरी पड़ाव पर पेंशनर्स सरकारी उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सिलसिला पिछले दो-तीन महीनों से चल रहा है, लेकिन राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है.

सराफ ने कहा कि कोविड गाइडलाइन जारी करते हुए सरकार कहती है कि कोरोना से बचना है तो घर में ही रहें लेकिन जीवन रक्षक दवाएं लेने लिए उम्रदराज पेंशनर्स को दिनभर कोरोना के बीच ही रहना पड़ता है. सब कुछ सहकारिता विभाग के अधिकारियों की जानकारी में है, लेकिन कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. सराफ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए बुजुर्ग पेंशनर्स के लिए घरों पर ही दवा उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जानी चाहिए.

वैक्सीनेशन अभियान अव्यवस्थाओं का शिकार

वहीं, कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर में वैक्सीनेशन व्यवस्था गड़बड़ा चुकी है और लोगों को टीका लगवाने के लिए शहर में दूर तक भटकना पड़ रहा है. सराफ ने कहा कि पूर्व मालवीय नगर के सेक्टर 3 एवं 6 स्थित सरकारी डिस्पेंसरी में 45+ उम्र के लोंगों का टीकाकरण किया जा रहा था, लेकिन 18 से 44 वर्ष के लोंगों का टीकाकरण शुरू होने के बाद वहां 45+ के लोगों को टीका लगाने से मना कर दिया गया है. ऐसे में जिन लोगों ने पहली डोज वहां लगवाई है और उनको दूसरी डोज लगनी है अथवा इस उम्र के जिन लोगों को पहली डोज लगवानी है वे कहां जाएं?

सराफ ने बताया कि जानकारी मिलने पर चिकित्सा विभाग के प्रधान सचिव अखिल अरोड़ा से फोन पर बात करते हुए कहा कि कोरोना के कारण शहर में मूवमेंट प्रतिबंधित है. ऐसे में लोग टीका लगवाने के लिए शहर में भटकेंगे तो संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाएगा, इसलिए मालवीय नगर की जनता के हित में सेक्टर 3 एवं 6 में पहले की तरह ही 45+ आयु के लोगों को टीकाकरण की व्यवस्था करें. उन्होंने आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई इंतजाम नहीं हुआ और लोग भटकने को मजबूर हैं.

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