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ऊर्जा मंत्री से वार्ता के बाद समाप्त हुआ जेईएन का महापड़ाव, 3 माह में वेतन विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन - JEN salary issues solution in 3 months

बिजली कंपनियों के कनिष्ठ अभियंताओं का कार्य बहिष्कार और महापड़ाव ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी के साथ गुरुवार को वार्ता के बाद समाप्त हो गया (JEN work boycott ends in Jaipur) है. मंत्री ने आंदोलनरत अभियंताओं को तीन माह में वेतन विसंगतियां दूर करने का आश्वासन दिया है. इसके बाद अभियंताओं ने आंदोलन समाप्ति की घोषणा कर दी है.

ऊर्जा मंत्री से वार्ता के बाद समाप्त हुआ जेईएन का महापड़ाव, 3 माह में वेतन विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन..
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Published : Jun 16, 2022, 9:44 PM IST

Updated : Jun 17, 2022, 12:09 AM IST

जयपुर. प्रदेश में पिछले सोमवार से चल रहा बिजली कंपनियों के कनिष्ठ अभियंताओं का कार्य बहिष्कार और महापड़ाव समाप्त हो गया है. गुरुवार देर शाम ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी के साथ आंदोलनरत अभियंताओं की वार्ता में बनी सहमति के बाद इसका एलान किया गया. ऊर्जा मंत्री ने आंदोलनकारी अभियंताओं को अगले 3 माह में वेतन विसंगतियां दूर करने का आश्वासन दिया (JEN salary issues solution in 3 months) है.

विद्युत भवन में ऊर्जा मंत्री के साथ पावर इंजीनियर एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रतिनिधियों की हुई बैठक में कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन विसंगतियों से जुड़े हुए तथ्यों को वित्त विभाग के समक्ष विस्तृत रूप रखने और विसंगति दूर करने से जुड़ी लंबित मांग को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के लिए पुरजोर पैरवी करने के बात भी मंत्री ने कही. ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि यह मामला वित्त विभाग से जुड़ा है. इसलिए कम से कम 3 महीने का समय तो इस समस्या के समाधान में लगेगा ही. मंत्री ने कहा कि कनिष्ठ अभियंताओं की लंबित मांगों को पूरा कराने के लिए जो भी प्रयास किए जाएंगे, उनकी साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जाएगी. हालांकि वार्ता में जिन मुद्दों पर सहमति बनी, उसके लिखित में मिनट जारी करने के बाद ही सहायक अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार वापस लेने और महापड़ाव समाप्त करने का एलान किया.

जेईएन का कार्य बहिष्कार किन शर्तों पर हुआ समाप्त, मंत्री ने बताया...

पढ़ें: Work Boycott : बिजली कंपनियों के जेईएन का दूसरे दिन भी जारी रहा कार्य बहिष्कार, मांगे पूरी होने का इंतजार..

आपको बता दें कि वेतन विसंगति दूर करने और समयबद्ध प्रमोशन दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश की सभी पांचों सरकारी क्षेत्र की बिजली कंपनियों में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता सोमवार से जयपुर में महापड़ाव डाले हुए थे. इस दौरान हजारों सहायक अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार भी किया था. जिसके चलते बिजली कंपनियों का काम प्रभावित हो रहा था और मजबूरी के कारण कनिष्ठ अभियंताओं का काम तकनीकी सहायकों के माध्यम से करवाया जा रहा था.

जयपुर. प्रदेश में पिछले सोमवार से चल रहा बिजली कंपनियों के कनिष्ठ अभियंताओं का कार्य बहिष्कार और महापड़ाव समाप्त हो गया है. गुरुवार देर शाम ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी के साथ आंदोलनरत अभियंताओं की वार्ता में बनी सहमति के बाद इसका एलान किया गया. ऊर्जा मंत्री ने आंदोलनकारी अभियंताओं को अगले 3 माह में वेतन विसंगतियां दूर करने का आश्वासन दिया (JEN salary issues solution in 3 months) है.

विद्युत भवन में ऊर्जा मंत्री के साथ पावर इंजीनियर एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रतिनिधियों की हुई बैठक में कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन विसंगतियों से जुड़े हुए तथ्यों को वित्त विभाग के समक्ष विस्तृत रूप रखने और विसंगति दूर करने से जुड़ी लंबित मांग को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के लिए पुरजोर पैरवी करने के बात भी मंत्री ने कही. ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि यह मामला वित्त विभाग से जुड़ा है. इसलिए कम से कम 3 महीने का समय तो इस समस्या के समाधान में लगेगा ही. मंत्री ने कहा कि कनिष्ठ अभियंताओं की लंबित मांगों को पूरा कराने के लिए जो भी प्रयास किए जाएंगे, उनकी साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जाएगी. हालांकि वार्ता में जिन मुद्दों पर सहमति बनी, उसके लिखित में मिनट जारी करने के बाद ही सहायक अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार वापस लेने और महापड़ाव समाप्त करने का एलान किया.

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आपको बता दें कि वेतन विसंगति दूर करने और समयबद्ध प्रमोशन दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश की सभी पांचों सरकारी क्षेत्र की बिजली कंपनियों में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता सोमवार से जयपुर में महापड़ाव डाले हुए थे. इस दौरान हजारों सहायक अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार भी किया था. जिसके चलते बिजली कंपनियों का काम प्रभावित हो रहा था और मजबूरी के कारण कनिष्ठ अभियंताओं का काम तकनीकी सहायकों के माध्यम से करवाया जा रहा था.

Last Updated : Jun 17, 2022, 12:09 AM IST
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