जयपुर. देश के विकास के लिए उद्यमिता और नई खोज को साथ लाना और युवाओं की रचनात्मकता को मंच देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का आयोजन होगा. जिसमें 1700 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में से मात्र 41 संस्थानों को नोडल सेंटर के रूप में चयनित किया गया है. उनमें जयपुर की एक निजी विश्वविद्यालय को लगातार चौथी बार नोडल सेंटर के लिए चयन हुआ है, जो की जयपुर के लिए एक गर्व का विषय है.
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 के 3 दिवसीय तकनीकी कार्यक्रम के सॉफ्टवेयर एडिशन का आयोजन 1-3 अगस्त को होगा. जहां 36 घंटे लगातार चलने वाली इस प्रतियोगिता में 2 लाख से ज्यादा छात्र करीब 57 हजार आइडियाज पर काम करेंगे.
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स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 में विद्यार्थियों के द्वारा भारत सरकार मंत्रालयों के साथ साथ टॉप प्राइवेट कंपनियों के लिए सॉफ्टवेयर और प्रॉब्लम्स के सोल्यूशन छात्र द्वारा निकाले जाएंगे. इसमें यूनिवर्सिटी नोडल सेंटर पर मिनिस्ट्री ऑफ वीमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट से जुड़ी प्रॉब्लम्स पर काम करेगी.
इस वर्ष, COVID-19 महामारी के कारण स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन सॉफ्टवेयर संस्करण ऑनलाइन मोड में संचालित किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बच्चों से संबोधित करेंगे. यूनिवर्सिटी के वाईस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल ने कहां कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन एक अनोखा मॉडल है, जिस से आम नागरिक जो रोजमर्रा के जीवन में परेशानी का सामना करते है, उन्हें इसके द्वारा आसानी से समाधान मिल सकेंगे.
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वहीं देश के सामने आने वाली कुछ जटिल समस्याओं के अभिनव और उन्हें खत्म करने वाले तकनीकी हल निकाले जा सकेंगे. यह इवेंट छात्रों के बीच तकनीकी विचारों को बढ़ावा देते है और उन्हें अपने विचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है.
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 में भारत सरकार के 18 मंत्रालयों और देश की 95 मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए 1 लाख विद्यार्थियों द्वारा स्मार्ट कम्युनिकेशन, एग्रीकल्चर एवं रूरल डवेलपमेंट, वेस्ट मैनेजमेंट, क्लीन वाटर, स्मार्ट व्हीकल, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी, हैल्थ केयर, रिन्युवल एनर्जी जैसी समस्याओं के तकनीकी समाधान निकालेंगे. जिससे भारत के विकास को अधिक गति मिल सकेगी.